धमतरी। पौने तीन करोड़ की आबादी वाले छत्तीसगढ़ में ब्रह्म कमल के बारे में बहुत ही कम लोग जानते होंगे, क्योंकि यह फूल आमतौर पर नहीं खिलता। बेहद दुर्लभ माने जाने वाला यह पुष्प ब्रह्मा की आकृति लिए होता है और त्रिशूल की आकृति इसमें साफ साफ नजर आती है। वैसे तो ब्रह्म कमल पहाड़ों में खिलने वाला अत्यंत दुर्लभ पुष्प है, मगर यह धमतरी के रुद्री में एक कॉलोनी में खिला है। 3 वर्ष पहले इंदौर से पंकज ने ब्रह्म कमल का पत्ता लाया था और अपने गमले में लगाया था। अच्छे से देखभाल और लगातार निगरानी के चलते ब्रह्मकमल ब्रह्मा की कृपा से उनके घर पर खिला है, जिसे उन्होंने मंत्र उच्चारण कर उसके विधि विधान से पूजा की। सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोनावायरस चलते उन्होंने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी।