Grand NewsGrand News
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Search
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Reading: Dev Uthani Ekadashi 2022 : आज जागेंगे भगवान विष्णु, जानिए देवउठनी एकादशी का महत्व, पूजाविधि, महत्व से लेकर सबकुछ
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
Grand NewsGrand News
Search
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Grand Newsधर्म

Dev Uthani Ekadashi 2022 : आज जागेंगे भगवान विष्णु, जानिए देवउठनी एकादशी का महत्व, पूजाविधि, महत्व से लेकर सबकुछ

Veena Chakravarty
Last updated: 2022/11/04 at 12:13 PM
Veena Chakravarty
Share
2 Min Read
SHARE

04 नवंबर दिन शुक्रवार( friday) को देवउठनी एकादशी व्रत है। आज के दिन व्रत रखने और भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है। इस व्रत को करने से व्यक्ति को स्वर्ग की प्राप्ति होती है, जैसा कि देवउठनी एकादशी व्रत की कथा में बताया गया है। आज के दिन भगवान विष्णु( god vishnu) योग निद्रा से बाहर आते हैं, जिसके साथ ही चातुर्मास का समापन हो जाता है।

- Advertisement -

Read more : Diwali Vastu 2022: दिवाली पर इन चीजों का दिखाई देना, देवी लक्ष्मी दें रही है आपको यह संकेत, जाने शुभ अशुभ फल

- Advertisement -
Ad image
- Advertisement -

शुक्ल एकादशी तिथि का प्रारंभ: 03 नवंबर, गुरुवार, शाम 07 बजकर 30 मिनट सेकार्तिक शुक्ल एकादशी तिथि का समापन: 04 नवंबर, शुक्रवार, शाम 06 बजकर 08 मिनट परपूजा का शुभ समय: सुबह 06 बजकर 35 मिनट से सुबह 10 बजकर 42 मिनट तकअभिजित मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 26 मिनट

- Advertisement -

देवउठनी एकादशी का महत्व( importance) 

- Advertisement -

पदम पुराण में वर्णित एकादशी महात्यम के अनुसार देवोत्थान एकादशी व्रत का फल एक हज़ार अश्वमेघ यज्ञ और सौ राजसूय यज्ञ के बराबर होता है। एकादशी तिथि का उपवास बुद्धिमान,शांति प्रदाता व संततिदायक है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान व भगवान विष्णु( god vishnu) के पूजन का विशेष महत्त्व है। इस व्रत को करने से जन्म-जन्मांतर के पाप क्षीण हो जाते हैं तथा जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति मिलती है।

जानिए पूजा विधि ( worship) 

इस दिन सांयकाल में पूजा स्थल को साफ़-सुथरा कर लें,चूना,गेरू या आटे में हल्दी ( turmeric) पूजा कक्ष में रंगोली बनाएं।

घी के ग्यारह दीपक देवताओं के निमित्त जलाएं। फिर भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा के लिए

द्राक्ष,ईख,अनार,केला,सिंघाड़ा,लड्डू,पतासे,मूली आदि ऋतुफल एवं नवीन धान्य इत्यादि साथ रखें। यह सब श्रद्धापूर्वक श्री हरि को अर्पण करने से उनकी कृपा सदैव बनी रहती है।

इस दिन मंत्रोच्चारण,स्त्रोत पाठ,शंख घंटा ध्वनि एवं भजन-कीर्तन द्वारा देवों को जगाने का विधान है।

TAGGED: #andal, #bhagavadgita, #harekrishna, #haribol, #iskcon, #jaishreekrishna, #kannan, #KRISHNA, #krishnaconsciousness, #krsna #thiruppavai, #lordkrishna, #MAHABHARAT, #perumal, #radhakrishna, #radhekrishna, #radheradhe, #rama, #ramayana, #srimadbhagavatam, #srimahalakshmi, #srirangam, #tamil, #tirumala, ekadasi, GRAND NEWS CHHATTISGARH
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link Print
Previous Article Elephant Attack in Chhattisgarh : हाथियों का उत्पात, दो सगे भाईयों को उतारा मौत के घाट, ग्रामीणों में दहशत का माहौल
Next Article Elon Musk : ‘ऑफिस के लिए निकले है तो वापस चले जाए’, ट्विटर में कर्मचारियों की छंटनी शुरू

Latest News

CG NEWS: वैश्य समाज 14 जून को देशभर में करेगा रक्तदान
छत्तीसगढ़ रायपुर June 5, 2025
CG NEWS: सांसद बृजमोहन अग्रवाल के पिताजी की याद में श्रृद्धांजलि सभा का आयोजन
Grand News छत्तीसगढ़ रायपुर June 5, 2025
Saddle Roll: काठी रोल का आविष्कार किसने किया? जानिए काठी रोल के इतिहास के बारे में?
Featured Foods Grand News Health June 5, 2025
GRAND NEWS: सांसद बृजमोहन के पिता दिवंगत रामजी लाल अग्रवाल को ग्रैंड ग्रुप के चेयरमैन गुरुचरण सिंह होरा ने दी श्रद्धांजलि
Grand News छत्तीसगढ़ रायपुर June 5, 2025
Follow US
© 2024 Grand News. All Rights Reserved. Owner - Rinku Kahar. Ph : 62672-64677.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?