रायपुर। मंगल बाजार इलाके में करीब सप्ताहभर पहले निगम अमला और स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 परीक्षण अभियान चलाया। इस दौरान इस इलाके में लोगों को कतारबद्ध कर सैंपल लिया गया। तब तक इस इलाके से एक भी व्यक्ति कोरोना पाॅजिटिव नहीं मिला था, लेकिन परीक्षण के दौरान जुटी भीड़ के बाद जो रिपोर्ट आनी शुरू हुई, तो पाॅजिटिव मरीजों के मिलने का क्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है।
गौर करने वाली बात यह है कि परीक्षण के लिए स्वास्थ्य विभाग एक मोबाइल वैन लेकर इलाके में पहुंचा था। स्थानीय पार्षद ने स्थानीय हित को ध्यान में रखते हुए कैंप करवाया, लेकिन बरती गई लापरवाही का परिणाम है मंगल बाजार इलाका राजधानी का हाॅट स्पाट बन गया है।
लापरवाही अब भी जारी
मंगल बाजार इलाके से करीब 50 से ज्यादा पाॅजिटिव मरीजों के मिलने के बाद जब इस पूरे इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जा चुका है, इसके बाद भी यहां पर लापरवाही चरम पर है। ना तो पहले जैसी सख्ती बरती जा रही है और ना ही सक्रियता नजर आ रही है। केवल नाम के लिए एक सिरे पर पुलिस को तैनात कर दिया गया है, तो चारों ओर बैरिकेटिंग कर दी गई है। जिसे लांघकर भीतर के लोग अंदर और बाहर हो रहे हैं।
कैसे मिलेगा ऐसे में निजात
एक ओर सरकार लगातार चीख रही है कि कोरोना महामारी से बचाव का एकमात्र उपाय सोशल डिस्टेंशिग और नियमित तौर पर मास्क का उपयोग अनिवार्य है, लेकिन जिस तरह के स्थितियां देखने में आई है, उसे देखते हुए यह बड़ा सवाल खड़ा हो जाता है कि ऐसे में निजात कैसे मिलेगा।