CG NEWS : दुर्ग। नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले नटवरलाल को दुर्ग पुलिस ने हिरासत में लिया है, कैमरे के सामने खड़ा यह शख्स वही है, जिसने मंत्रालय में अपनी पहचान बता कर एक व्यक्ति से 15 लाख रुपए ठग लिए, लेकिन नौकरी नहीं लगाई। आखिरकार प्रार्थी की शिकायत पर पुलिस ने ठग को गिरफ्तार किया। उससे पूछताछ जारी है, रिकॉर्ड निकाले जा रहे हैं कि अब तक कितने लोगों को इस नटवरलाल ने बेवकूफ बनाया है और कितने रुपए ठगे हैं।
देखने में भोला भाला यह शख्स कितना शातिर है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, कि इसमें एक व्यक्ति से 15 लाख रुपए 15 मिनट के अंदर ठग लिए आरोपी छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रालय में अपनी ऊंचे पदों पर बैठे अधिकारियों से और नेताओं से पहचान करो आप दिखाता और लोगों से चंद मिनटों में ही लाखों रुपए ठग लेता था. पूरा मामला दुर्ग जिले के स्मृति नगर थाने का है, जहां आरोपी ने नायाब तहसीलदार पद पर नौकरी लगाने के नाम पर 15 लाख रुपए की ठगी करने वाले आरोपी को स्मृति नगर चौकी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रात्रि गश्त के दौरान संदिग्ध लोगों से की जा रही पूछताछ में आरोपी युवक पुलिस के हत्थे चढ़ा है, इस आरोपी की तलाश पुलिस को तीन महीने से थी, आपको बता दे की प्रार्थी निमाई देवनाथ ने स्मृति नगर खाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई कि माह फरवरी 2021 में अपने पुत्री को नायब तहसीलदार एवं पुत्र को एम्स अस्पताल में शासकीय नौकरी में लगवाने के नाम से आरोपी श्रेयांश यादव एवं अभिजीत सिंह ने 15 लाख रुपए लिए थे, किन्तु आरोपियों द्वारा ना तो नौकरी लगवाई गई और ना ही पैसा वापस दिया गया. रिपोर्ट के आधार पर 30 अगस्त 2022 को धारा 420, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था, जिसके बाद आरोपी अभिजीत को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, लेकिन उसका शातिर साथी श्रेयांश यादव लगातार फरार चल रहा था अपराध की गंभीरता को देखते हुए शातिर ठग श्रेयांश तीन माह से फरार चल रहा था. लेकिन उसे क्या पता था कि उसकी शामत आने वाली है, कल देर रात पुलिस जब रात्रि गश्त और चेकिंग कर रही थी, उसी दौरान आरोपी श्रेयांश भी मिल गया और उसे तत्काल गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है।