राजनांदगांव। CG NEWS : राजनांदगांव शहर के भंवरमरा क्षेत्र में राज्य स्तरीय बौद्ध सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस आयोजन में हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ शपथ लेने का मामला गरमाया हुआ है और आज विभिन्न हिन्दु संगठनों ने शहर में आक्रोश रैली निकालकर इस मामले की कड़ी निंदा की है। वहीं हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ सार्वजनिक रूप (Publicly against Hindu Gods and Goddesses) से शपथ लेने वाले राजगामी संपदा न्यास के अध्यक्ष को पद से हटाने की मांग की है।
बीते सोमवार को राजनांदगांव शहर के समीप ग्राम भंवरमरा में राज्य स्तरीय बौद्ध सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि डॉ बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के पौत्र भीमराव यशवंत राव अंबेडकर शामिल हुए थे। इन्हे छत्तीसगढ़ शासन में राज्य अतिथि का दर्जा भी दिया था। वहीं इस आयोजन में राजनांदगांव के विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने भी शिरकत की और अतिथि के रूप में महापौर हेमा देशमुख एवं राजगामी संपदा न्यास के अध्यक्ष विवेक वासनिक भी शामिल हुए। इस दौरान डॉ रमन सिंह के आयोजन स्थल से जाने के बाद सभी को सामूहिक रूप से शपथ दिलाई गई, जिसमें गौरी- गणेश सहित हिंदू धर्म के तमाम देवी देवताओं को नहीं मानने और इस धरती पर भगवान के अवतार लेने पर विश्वास नहीं करने को लेकर शपथ दिलाई गई। इसके बाद इस शपथ का फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा।
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इस फुटेज में महापौर हेमा देशमुख और राजगामी संपदा न्यास के अध्यक्ष विवेक वासनिक भी शपथ समारोह के दौरान खड़े दिखाई दे रहे हैं ,लेकिन महापौर ने शपथ के लिए हाथ नहीं उठाया है। वहीं विवेक वासनिक बाकायदा हाथ उठाकर हिंदू देवी देवताओं को नहीं मानने की शपथ लेते दिखाई दे रहे हैं। यह मामला सामने आने के बाद महापौर ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि वे सनातन धर्म को मानने वाली है और अपने धर्म के प्रति उनके पूरी आस्था है। उन्होंने कहा कि इस शपथ ग्रहण के दौरान उन्होंने कोई भी शपथ नहीं ली है और न ही उन्होंने हाथ उठाया है।
हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ शपथ लेने के मामले से विभिन्न हिंदू संगठन के लोग उद्वेलित हो गए और शहर में एक आक्रोश रैली निकालकर पुलिस अधीक्षक व कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर इस मामले में ज्ञापन सौंपा है और इस मामले की कड़ी निंदा की है। इस दौरान अखिल भारतीय राजपूत महासभा के अध्यक्ष ने कहा कि राजनांदगांव के राजा वैष्णव थे और उनकी आस्था हिंदू देवी देवताओं में थी। विवेक वासनिक उनकी राजगामी संपदा के अध्यक्ष है। एक संवैधानिक पद पर रहते हुए इस तरह से हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ शपथ लेना निंदनीय है। उन्होंने राज्य शासन से तत्काल विवेक वासनिक को पद से मुक्त करने की मांग की है।
हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ शपथ का फुटेज वायरल होने के बाद विभिन्न हिंदू संगठनों के लोगों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है और इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं होने पर आगे उग्र आंदोलन की चेतावनी देते हुए मुख्यमंत्री के राजनांदगांव जिले में आगमन के दौरान कड़ा विरोध प्रदर्शन करने की बात कही है।