BIG NEWS : भानुप्रतापपुर। भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने कैंडिडेट के नाम का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस ने भानुप्रतापपुर से विधायक रहे स्व. मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी को अपना उम्मीदवार बनाया है, अब आखिर में इन्हीं के नाम पर आलाकमान ने मुहर लगाई है. वहीं भाजपा ने पूर्व विधायक ब्रम्हानंद नेताम को मैदान में उतारा है.
भानुप्रतापपुर विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष रहे मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी रायपुर के कटोरा तालाब स्थित सरकारी स्कूल में व्याख्याता के पद पर तैनात थीं. निर्वाचन कानून के मुताबिक कोई सरकारी कर्मचारी अथवा लाभ के पद पर बैठा व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता था. ऐसे में मंडावी ने नामांकन से पहले ही नौकरी छोड़ दी थी.
जानकारी के अनुसार, दिवंगत मनोज मंडावी की अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सावित्री मंडावी को उम्मीदवार बनाने की बात कही थी. उसके बाद मंडावी के समर्थक उनके पीछे एकजुट होकर चुनाव की तैयारी में लगे हैं. इतना ही नहीं पिछले सप्ताह कांकेर के चारामा में हुई मुख्यमंत्री की जनसभा में भी सावित्री मंडावी के समर्थन में नारे लगाए गए थे.
उपचुनाव का रिकार्ड
2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ में हर साल उप चुनाव हुए हैं. दंतेवाड़ा, चित्रकोट, मरवाही, खैरागढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस के उम्मीदवारों ने एकतरफा जीत दर्ज की है. पिछले चार चुनाव में एकमात्र चित्रकोट सीट ही 2018 के आम चुनाव में कांग्रेस के खाते में थी. इसका मतलब है कि इन चुनावों में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट 100% था. इस कार्यकाल में यह विधानसभा का पांचवा उपचुनाव होगा. पार्टी इस स्ट्राइक रेट को बरकरार रखने की कोशिश में है.
मनोज कुमार मंडावी के निधन होने के बाद इस सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया. नया विधायक चुनने के लिए 5 दिसम्बर को मतदान होगा. आठ दिसम्बर को मतगणना होगी और परिणाम घोषित किया जाएगा।