ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। Gold Silver Price : दिल्ली के सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोना 161 रुपये की गिरावट के साथ 53,235 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया है. इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 53,396 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
gold and silver became cheaper : कमजोर वैश्विक रुख के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोना 161 रुपये की गिरावट के साथ 53,235 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया है. HDFC सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी. इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 53,396 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. इसके अलावा चांदी की कीमत भी 1,111 रुपये की गिरावट के साथ 61,958 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई है.
क्यों आई सोने में गिरावट?
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशल सर्विसेज में जिंस शोध विभाग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवनीत दमानी ने कहा कि भू-राजनीतिक चिंताओं के कम होने से सुरक्षित-निवेश के रूप में सर्राफा की मांग प्रभावित होने और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा आने वाले महीनों में ब्याज दर के संदर्भ में आक्रामक रवैया नरम करने की उम्मीद की वजह से सोने में गिरावट आई है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,770.05 डॉलर प्रति औंस रह गया है. जबकि, चांदी नुकसान के साथ 21.32 डॉलर प्रति औंस रह गई है. HDFC सिक्योरिटीज में शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा कि अपेक्षा से बेहतर आर्थिक आंकड़ों के बाद अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में वृद्धि के बाद कॉमेक्स में सोने की कीमत में गिरावट आई है.
फ्यूचर्स ट्रेड में कीमतें
फ्यूचर्स ट्रेड में सोने की कीमतें गुरुवार को 102 रुपये की गिरावट के साथ 52,960 रुपये पर पहुंच गईं हैं. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर, अक्टूबर डिलीवरी के लिए कॉन्ट्रैक्ट्स 102 रुपये या 0.19 फीसदी की गिरावट के साथ 52,960 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहे थे. यह 6,290 लोट्स के बिजनेस टर्नओवर के लिए है.
आपको बता दें कि भारत दुनिया में सबसे अधिक सोने की खपत वाले देशों में दूसरे स्थान पर है. पहले नंबर पर चीन है. WGC के भारतीय परिचालन के क्षेत्रीय मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोमसुंदरम पीआर ने रायटर का कहना है कि उच्च मुद्रास्फीति से ग्रामीण मांग पर अंकुश लगने की संभावना है, जो पिछले साल के COVID-19 के नेतृत्व वाले लॉकडाउन के कारण हुए व्यवधान से उबरने लगी थी.
बता दें कि सोने की मांग (ओटीसी को छोड़कर) तीसरी तिमाही में 1,181 टन के स्तर पर पहुंच गई है. इस तरह सोने की मांग में सालाना आधार पर 28 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई. मांग में आई तेजी सोने की सालाना मांग का स्तर कोविड से पहले के स्तर पर पहुंच गया है. सोने की मांग में यह तेजी ग्राहकों और केंद्रीय बैंकों की वजह से आई.