ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। CG BIG NEWS : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस भीड़ ने पहले तो पुलिस टीम पर पथराव किया। फिर ईंट लेकर पुलिस के पीछे ही दौड़ गए। हमले में 3 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। बताया गया है कि ये सभी लोग धान खरीदी केंद्र की मांग को लेकर जुटे थे। मगर पुलिस से उनकी बहस हो गई। जिसके बाद यह घटना घटी है।
जानकारी के मुताबिक, सोमवार को कंडेकेला सहकारी समिति के अधीन आने वाले 7 गांव के कई लोगों ने यहां पर धान खरीदी केंद्रे खोलने की मांग को लेकर धुरूवागूड़ी के पास चक्काजाम किया था। इस चक्काजाम में महिला किसान भी शामिल हुईं थीं। सभी एक ही बात को लेकर NH-130 पर ही बैठ गए थे कि जब तक हमारे लिए नया खरीदी केंद्र नहीं खोला जाता। तब तक हम नहीं उठेंगे।
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CG BIG NEWS : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में बलवा, चक्कजाम कर रहे ग्रामीणों से पुलिस से हुई झड़प, पुलिस पर हुए पथराव, कई पुलिसकर्मी घायल, देखें VIDEO@GariyabandDist@ChhattisgarhCMO pic.twitter.com/aTDUwKAt0H
— Neeraj Gupta (@NeerajG54201266) November 21, 2022
दरअसल, कंडेकेला सहकारी समिति को पिछले 10 साल से भेजीपदर में संचालित किया जा रहा है। बस इसी बात को लेकर लोग नाराज हैं। लोगों का कहना है कि या तो कंडेकेला में वापस सहकारी समिति खोल दिया जाए या नया खरीदी केंद्र खोल दिया जाए। इस वजह से सुबह 8 बजे से ही लोग यहां जमा हो गए थे। ग्रामीण इस बात से भी नारज हैं कि उन्हें धान बेचने 3 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है।
उधर, जब इस बात का जानकारी पुलिस और राजस्व विभाग की टीम को हुई तब वे भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस की टीम ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की। लेकिन वे नहीं माने। इस बीच लोगों की पुलिस से बहस शुरू हो गई। इसके बाद लोगों ने पुलिस पर पत्थर से हमला करना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस की टीम मौके से भागने लगी।
सीनियर अधिकारी भी मौके पर मौजूद
इसके बाद लोगों ने पुलिस टीम का पीछा किया। पीछे भागते-भागते लोग ये कहते नजर आए कि मारो.. मारो.. मारो इन्हें। ग्रामीणों ने कहा कि ये हमारी मां-बहन को मार रहे हैं। क्या ये ठीक है। ऐसे कोई करता है। महिलाओं को मार रहे हैं। पता चला है कि पुलिस की टीम के साथ ही सीनियर अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं। फिलहाल लोगों को समझाने का काम किया जा रहा है।
ग्रामीणों के चक्काजाम की वजह से हाईवे में दोनों तरफ से गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं थीं। इस वजह से दोपहर के वक्त पुलिस की टीम ग्रामीणों को समझाने गई थी। उस वक्त लोग जमीन पर बैठे थे। मगर पुलिस ने उन्हें उठाना शुरू कर दिया। इसके बाद से ही यह बवाल शुरू हुआ है।
वहीं गुस्साई भीड़ ने पुलिस वाहन को भी पलट दिया है। आस-पास खड़ी कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की है। पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने उन्हें किसी तरह से वहां से खदेड़ा है। जिसके बाद भीड़ मौके से 8 किलोमीटर दूर अमलीपदर थाने का घेराव कर दिया।
थाने का घेराव करने पहुंचे एक शख्स ने बताया कि हम शांति तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। हम सभी नीचे बैठे थे। मगर पुलिस ने पहले हमसे मारपीट की। हमारी मां-बहन को पीटा गया है। इसलिए हम आत्मसम्मान के लिए उग्र हो गए। धरने में शामिल हुई और एक महिला ने कहा कि हम पहले ही चक्काजाम करने की चेतावनी दी थी। हम आज चक्काजाम कर रहे थे। लेकिन पुलिस ने ही महिलाओं पर लाठीचार्ज किया था। इस वजह से हम लोग भी भड़क गए।