रायपुर। छत्तीसगढ़ में ’हरेली’ के महत्व को दरकिनार कर दिया गया था, जिसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक नई पहचान दे दी है। सोमवती अमावस्या के मौके पर यह गजब का संयोग है, कि आज सावन का तीसरा सोमवार है, तो संग में हरेली त्यौहार है। इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में जहां ’गोधन न्याय योजना’ का शुभारंभ किया, तो दूसरी तरफ हरेली पर्व के उस आनंद को एक बार फिर जीवित कर दिया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज प्रदेश में मनाए जाने वाले पावन पर्व हरेली के मौके पर परिवार और मंत्रियों के साथ झूले पर झूलकर एक संदेश दिया कि यह छत्तीसगढ़ की संस्कृति है, जिसका स्वागत भरपूर आनंदित होकर किया जाता है। गांव, गोठान, खेती और हरियाली का यह समागम खुशियों की ऐसी बहार लाता है, जिसकी वजह से सालभर अन्न के गोदाम भरे रहते हैं, रोगों का नाश होता है।