रायपुर। प्रदेश में 7700 मेगावाट के पांच पंप स्टोरेज हाइडल इलेक्ट्रिक प्लांट(electric plant) की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाने का काम केंद्रीय एजेंसी वैपकास करेगी। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी और केंद्र सरकार की एजेंसी वॉटर एंड पॉवर कंसल्टेंसी सर्विसेस (वैपकास लिमिटेड) ने इसके लिए कांट्रैक्ट एग्रीमेंट ( agreement)पर हस्ताक्षर किए।
पॉवर कंपनी के चेयरमैन अंकित आनंद (आईएएस) और प्रबंध निदेशक एनके बिजौरा की उपस्थिति में वैपकास के सीनियर एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अमिताभ त्रिपाठी व पॉवर कंपनी के मुख्य अभियंता (सीपी एंड बीडी) एचएन कोसरिया ने अनुबंध पत्र में हस्ताक्षर किए।
सीएम भूपेश बघेल ने पंप स्टोरेज स्थापना नीति को दी मंजूरी
सीएम भूपेश बघेल ने पिछले दिनों कैबिनेट में छत्तीसगढ़ राज्य जल विद्युत परियोजना ( पंप स्टोरेज आधारित) स्थापना नीति 2022 को मंजूरी दी थी। पॉवर कंपनी मुख्यालय डगनिया स्थित सेवा भवन में आयोजित कार्यक्रम में चेयरमैन( chairman) आनंद ने कहा कि भविष्य में ऊर्जा की आवश्यकता को देखते हुए यह तकनीक बेहतर साबित होगी।
प्रदेश के पांच स्थानों को पंप स्टोरेज जल विद्युत परियोजना के लिए चिह्नित
पॉवर कंपनी प्रबंध निदेशक बिजौरा( bijora) ने कहा कि प्रदेश के पांच स्थानों को पंप स्टोरेज जल विद्युत परियोजना के लिए चिह्नित किया गया है, जिसमें हसदेव बांगो कोरबा ( korba)और सिकासेर जलाशय गरियाबंद में 1200- 1200 मेगावाट, जशपुर के डांगरी में 1400 मेगावाट व रौनी में 2100 मेगावाट और बलरामपुर के कोटपल्ली में 1800 मेगावाट बिजली उत्पादन होने की संभावना है।