गाज़ियाबाद। दिल्ली से सटे गाज़ियाबाद में सोमवार की रात बदमाशों ने एक पत्रकार पर गोली मारी थी, क्योंकि उसने 16 जुलाई को भांजी के साथ हुई छेड़छाड़ की शिकायत की थी। बुधवार की सुबह घायल पत्रकार ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, चौकी इंचार्ज समेत दो पुलिस कर्मियों को लापरवाही बरतने पर सस्पेंड भी कर दिया गया है। वही घटना के बाद धरने पर बैठे लोगों की बात मानते हुए राज्य सरकार ने 10 लाख की आर्थिक सहायता, पत्नी को नौकरी, बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने का आश्वासन दिया है। फिलहाल धरना खत्म हो गया है।
लोगो का फूटा गुस्सा
गाजियाबाद के पत्रकार विक्रम जोशी की मौत के बाद आम लोगों में खासा गुस्सा है। परिवार ने फिलहाल पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया था और अस्पताल के सामने धरने पर बैठ गए थे। परिवार वालों की मांग है कि एक सदस्य को नौकरी दी जाए और परिवार को सुरक्षा। फिलहाल जिलाधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सरकार ने उनकी बातें मान ली और धरना खत्म कर दिया गया।
इस मामले में इन नेताओ ने दी अपनी प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था लगातार सवालों के घेरे में है। पहले कानपुर में 8 पुलिसवालों को मार दिया गया और अब गाजियाबाद में बदमाशों ने एक पत्रकार को गोली मार दी। पत्रकार विक्रम जोशी की बुधवार सुबह मौत हो गई। इस मामले पर अब सियासी बयानबाजी तेज़ हो गई है और कांग्रेस की ओर से प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला गया है।
राहुल गांधी ने बुधवार को अपने ट्वीट में लिखा- “अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पर पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या कर दी गयी। शोकग्रस्त परिवार को मेरी सांत्वना. वादा था राम राज का, दे दिया गुंडाराज। “
इसके पहले प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा, “गाजियाबाद NCR में है। यहां कानून व्यवस्था का ये आलम है तो आप पूरे यूपी में कानून व्यवस्था के हाल का अंदाजा लगा लीजिए। एक पत्रकार को इसलिए गोली मार दी गई क्योंकि उन्होंने भांजी के साथ छेड़छाड़ की तहरीर पुलिस में दी थी। इस जंगलराज में कोई भी आमजन खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा?
यूपी में क्राइम वायरस हावी: मायावती
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि पूरे यूपी में हत्या व महिला असुरक्षा सहित जिस तरह से हर प्रकार के गंभीर अपराधों की बाढ़ लगातार जारी है उससे स्पष्ट है कि यूपी में कानून का नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है अर्थात् यूपी में कोरोना वायरस से ज्यादा अपराधियों का क्राइम वायरस हावी है। जनता त्रस्त है। सरकार इस ओर ध्यान दे।
देश में भय का माहौल: ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि एक निडर पत्रकार विक्रम जोशी के परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। अपनी भतीजी से छेड़छाड़ करने वालों पर एफआईआर दर्ज कराने के लिए उन्हें यूपी में गोली मार दी गई थी। देश में भय का माहौल हो गया है। आवाजों को दबाया जा रहा है। मीडिया को नहीं बख्शा जा रहा है।
अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर पूछा कि भाजपा सरकार स्पष्ट करे कि क़ानून-व्यवस्था की धज्जियाँ उड़ानेवाले इन अपराधियों-बदमाशों के हौसले किसके बलबूते पर फल-फूल रहे हैं।