नई दिल्ली। BIG NEWS : देश में सिंगल सिगरेट बेचने पर रोक (ban on selling single cigarette) लगाई जाए। एयरपोर्ट के स्मोकिंग जोन बंद किए जाएं। संसद की स्थायी समिति ने हाल ही में यह सिफारिशें भेजी हैं। दरअसल, समिति ने देश में तंबाकू उत्पादों और अल्कोहल के सेवन को लगाम कसने के लिए हाल ही में कुछ सिफारिशें संसद में पेश की हैं, जिनमें यह शामिल हैं।
समिति की रिपोर्ट में तर्क दिया गया है कि जीएसटी लागू करने के बाद भी तंबाकू उत्पादों के टैक्स में कुछ खास वृद्धि नहीं हुई है। समिति की रिपोर्ट में इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (International Agency for Research on Cancer) के हवाले से कहा है कि अल्कोहल और तंबाकू का सेवन करने से कैंसर की आशंका बढ़ती है। ऐसे में इन्हें नियंत्रित करना जरूरी है।
इस काम के लिए खर्च हो तंबाकू से मिलने वाला टैक्स
आगे समिति की सिफारिशों में यह भी कहा गया है कि गुटखा, सुगंधित तंबाकू और माउथ फ्रेशनर (mouth freshener) पर भी रोक लगे। इतना ही नहीं तंबाकू उत्पादों से मिलने वाले टैक्स का इस्तेमाल कैंसर पीड़ितों के इलाज के लिए किया जाए। बता दें भारत में पान मसाले का कारोबार करीब 42 हजार करोड़ रुपये का है। अनुमान है कि साल 2027 में यह 53 हजार करोड़ रुपये के पार हो जाएगा।
16 फीसदी महिलाएं करती हैं तंबाकू का सेवन
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में 27 करोड़ से ज्यादा लोग तंबाकू का सेवन करते हैं। देश में हर दिन तंबाकू की वजह से 3,500 लोगों की जान चली जाती है। वहीं, नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार, शहरी इलाकों में 29% और ग्रामीण इलाकों में 43% पुरुष तंबाकू चबाते हैं। वहीं, गांवों में रहने वालीं 11% और शहरों में रहने वालीं 5% महिलाएं तंबाकू खाती हैं।