बीजापुर | प्रदेश के बस्तर संभाग के अति संवेदनशील नक्सली क्षेत्र के जिले के भैरमगढ़ के ग्राम पिनकोंडा में 23 वर्षीय ग्रामीण महिला सोमनी उरसा ने 3 बच्चे को जन्म दिया, यह जिले का पहला मामला बताया जा रहा है। अब तक जिले में एक साथ 3 बच्चे का जन्म इससे पहले कभी भी नही हुआ है।
जिला अस्पताल बीजापुर में 22 जुलाई की शाम को बीजापुर जिला के भैरमगढ ब्लॉक के ग्राम पिनकोंडा से एक आदिवासी महिला सोमनी उरसा 23 वर्ष को प्रसव के लिए लाया गया जब वहां उपस्थित चिकित्सकों ने उनकी जांच की तो सोनोग्राफी मे तीन बच्चे दिखाई दिए महिला डॉक्टर और स्टाप ने मिलकर नॉर्मल डिलीवरी कराई बच्चों का वजन एक लड़का 01 किलो 100 ग्राम दुसरा लड़का 900 ग्राम व लड़की ग्राम 800 ग्राम वजन है।
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डॉक्टरों के अनुसार नवजात बच्चो का 24 से 48 घण्टे बहुत ही महत्वपुर्ण है। प्रसव होने के बाद महिला को खून की कमी होने से स्थानिय व्यवसायी धनंजय यादव ने ब्लड बैंक में पहुंचकर तत्काल रक्तदान कर मानवता का परिचय दिया है। शिशु विशेषक डॉ विवेक ने बताया कि फेफड़े के विकसीत नही होने से श्वास लेने में बच्चो को थोड़ी तकलीफ है, तीनों बच्चों को निगरानी में रखा गया है।