गरियाबंद के गांधी मैदान में श्रीमद्भागवत कथा की शुरुआत हुई। शनिवार को गाजेबाजे के साथ भव्य कलशयात्रा निकाली गई। सौभाग्यवती महिलाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। इस दौरान जयकारों से पूरा शहर गुंजायमान हो उठा। कलश पूजन के बाद शीतला मंदिर से कलश यात्रा का शुभारंभ हुआ, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए कथा स्थल पहुंची। कलश यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। गांव के लोगों ने अपने मकानों की छत से कलश यात्रा पर पुष्प वर्षा की।
वहीं परिक्रमा मार्ग पर कई स्थानों पर स्वागत किया गया। कलश यात्रा में कथावाचक भी साथ-साथ चल रहे थे। वहीं श्रद्धालु हरि कीर्तन करते हुए कलश यात्रा के पीछे पीछे चल रहे थे। इस यात्रा में नगरवासी शामिल रहे।
कथावाचक ने बताया भागवत कथा का महत्व
कथा में पहले दिन कथावाचक आचार्य सन्तानु महाराज ने भागवत कथा का महत्व समझाया और कहा कि जहां भी भागवत कथा होती है, वहां अवश्य सुनने जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भागवत कथा सुनने से मुनष्य का कल्याण होता है। नव दिवस की कथा में भगवान की संपूर्ण कथाओं को सुनाया जाएगा।
दीप सिन्हा और गौरव उपाध्याय ने बताया कि बहुत ही भव्य तरीके से कलश यात्रा निकाली गई। नव दिवस तक भागवत कथा भागवत आचार्य द्वारा सुनाई जाएगी। साथ ही सभी भक्त प्रेमी व श्रोता से भागवत कथा सुनने का आह्वान किया।