रायपुर। RAIPUR NEWS : वास्तुविदों का राष्ट्रीय अधिवेशन 6 एवं 7 जनवरी 2023 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है। इससे पूर्व में सन 2012 में भी इसका आयोजन छत्तीसगढ़ में किया गया था। इस अधिवेशन के तहत वास्तुविदों की राष्ट्रीय मीटिंग एवं बिल्डिंग मटेरियल प्रदर्शनी का उद्घाटन 5 जनवरी 2023 को किया जायेगा।
6 जनवरी को सुबह राष्ट्रीय अधिवेशन का उद्घाटन आई आई ए के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कार्यकारिणीं की उपस्थिति में होगा। उसी दिन नीदरलैंड से वास्तुविद अलास्का एवं मुंबई के वास्तुविद अनिकेत भागवत का प्रेजेंटेशन प्रथम तकनिकी सत्र में होगा। द्वितीय तकनिकी सत्र में अहमदाबाद के वास्तुविद गुरुजीत सींग मथारू, पुणे के वास्तुविद प्रसन्ना मोरे एवं त्रिवेंद्रम के वास्तुविद वीनू डेनियल का प्रेजेंटेशन होगा।
7 जनवरी को अधिवेशन के प्रथम सत्र में मुंबई के वास्तुविद समीप पड़ोरा, दिल्ली के वास्तुविद मनीष गुलाटी, बैंगलोर से इंजीनियर मंजुनाथ अपने विचार प्रस्तुत करेंगे।दिवस के द्वितीय तकनिकी सत्र में कोलकाता से वास्तुविद अबिन चौधरी, मुंबई की बृंदा सौम्या अपने विचार प्रस्तुत करेंगी।
इस पुरे अधिवेशन के दौरान आम जानो के लिए सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक बिल्डिंग मटेरियल प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है I यह आयोजन इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंटीरियर डिज़ाइनर की रायपुर शाखा ,क्रेडाई ,इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस ,प्रैक्टिसिंग इंजीनियर वेलफेयर एसोसिएशन ,के सहभागिता से किया जा रहा है। इस अधिवेशन में NIT ,एमिटी ,आईटीएम के वस्तुविभाग के छात्र एवं छात्राये ,NIFD ,चाणक्य एवं एस्थेटिक इंस्टिट्यूट के इंटीरियर डिज़ाइन के छात्र एवं छात्राओं की सहभागिता भी रहेगी। इस आयोजन में पुरे भारत के अलग अलग राज्यों से लगभग 350 वास्तुविद एवं छत्तीसगढ़ से 450 वास्तुविद ,इंटीरियर डिज़ाइनर ,इंजीनियर एवं छत्तीसगढ़ के विभिन्न संस्थाओ के 200 छात्र एवं छात्राओं को मिलाकर लगभग 1000 से 1200 लोगो की उपस्थिति अपेक्षित है।
द इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ आर्किटेक्ट्स एक राष्ट्रीय संस्था है, जिसकी स्थापना सन 1917 में मुंबई में हुई और आज पुरे भारत वर्ष में इसके कुल 40,000 से भी ज्यादा सदस्य है। इंस्टिट्यूट अपने विभिन्न कार्यकलापों के माध्यम से जनता तक पहुंचने और अपने सन्देश उन तक पहुंचाने का कार्य देश की क्षेत्रीय और प्रांतीय संस्थाओ के माध्यम से करता आ रहा है। आज इंस्टिट्यूट की पुरे भारत वर्ष में 24 क्षेत्रीय और 53 प्रांतीय संस्थाए कार्यरत है। जिसमे द इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ आर्किटेक्ट्स छत्तीसगढ़ चैप्टर एक क्षेत्रीय संस्था है।
इंस्टिट्यूट अपने सम्मेलनों के माध्यम से जनता तक पहुंचने का और अपने सन्देश उन तक पहुंचाने का कार्य बखूबी कर रहा है। प्रत्येक प्रांतीय एवं क्षेत्रीय संघटन इन प्रयासों के लिए उद्धृत रहते है।द इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ आर्किटेक्ट्स छत्तीसगढ़ चैप्टर का गठन सन 2002में हुआ। वर्तमान में इसके सदस्यों की संख्या करीब 400 के आस पास है। संस्था अपने रायपुर, दुर्ग भिलाई एवं बिलासपुर सेंटर के माध्यम से विभिन्नन कार्यकलापों को न केवल वास्तुविदों के लिए बल्कि आम जनता के हितो के लिए सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधिया संचालित करती रहती है।