बिलासपुर। तखतपुर गांव में गायों की मौत को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेहद दुखद बताते हुए कहा कि जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। वहीं घटना को लेकर प्रशासन भी सक्रिय हो चुका है।
तखतपुर विकासखंड के ग्राम मेड़पार बाजार में एक परिसर में रखे गये 120 मवेशियों में से करीब 50 की मौत हो गई है। जिसके बाद प्रदेश की सियासत में खलबली सी मच गई है। उसी मामले पर कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने बताया कि तखतपुर के अस्थाई गौठान में मृत 50 गायों के मालिकों को जिला प्रशासन मुआवजा देगा।
इस संबंध में तखतपुर विधायक रश्मि सिंह ने कहा कि ग्राम मेड़पार बाज़ार में गायों की मौत का मामला बेहद गंभीर है, पुराने पंचायत भवन में गायों को बंद किया गया था, दम घुटने से जानवरों की मौत हुई है। अस्थाई गौठान बंद कमरे की दीवार तोड़ करके बाहर निकाला गया है, विधायक ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
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गौरतलब है कि इससे पहले इस मामले में छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने साफ बयान दिया है कि इस घटना के लिए दोषी सरपंच और सचिव के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किए जाएंगे और उन पर कार्रवाई होगी। इस घटना को लेकर सियासत लगातार तेज हुई। राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पांडेय और तखतपुर क्षेत्र की विधायक और संसदीय सचिव रश्मि सिंह के भी घटनास्थल पर पहुंचने की जानकारी मिली है।
बिलासपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि तखतपुर इलाके में हुई गायों के मौत के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ थाना हिर्री में पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 13 एवं आईपीसी की धारा 429 के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है। आगे इस मामले में विवेचना की जा रही है।