छूरा । मालती जोशी के कथा साहित्य का अनुशीलन विषय पर पीएचडी उपाधि प्रदान की है। शोध में पाया गया कि मालती जोशी की कहानियों का केन्द्र नारी पात्र हैं। उनकी कहानियों में नारी की विभिन्न समस्याओं तथा उनके समाधान का प्रयास किया गया है। उनकी कहानियों में नयी मूल्य दृष्टि, नैतिकता का बोध, पारिवारिक एवं समाजिक परिवेश के प्रति जागरूकता, अकेलेपन, अजनबीपन, अभाव में जीवन की कल्पना तथा समाज की गलत परंपराओं का विरोध जैसे विषय प्रमुख है।
उन्होंने अपना शोध कार्य डॉ. रमणी चंद्राकर के निर्देशन में पूर्ण किया है। ज्ञात हो कि डायमंड साहू वर्तमान में आईएसबीएम विश्वविद्यालय नवापारा (कोसमी) छुरा, गरियाबंद छत्तीसगढ़ में सहायक प्राध्यापक हिंदी के पद पर कार्यरत हैं। उन्हें पीएचडी उपाधि मिलने पर उनके परिवारजनों, मित्रों तथा आईएसबीएम विश्वविद्यालय के कुलाध्यक्ष, कुलपति, कुलसचिव, अकादमिक अधिष्ठाता, छात्र कल्याण अधिष्ठाता, विभागाध्यक्षों, प्राध्यापकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शुभकामनाएँ( best wishes) दी है।
नागेश तिवारी की रिपोर्ट