आयोध्या। पीएम नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे। इसी बीच मंदिर निर्माण को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य रामेश्वर चौपाल ने कहा है कि रामजन्मभूमि के इतिहास को सिद्ध करने के लिए जितनी लंबी लड़ाई कोर्ट में लड़नी पड़ी है, उससे यह बात सामने आई है कि अब जो मंदिर बनवाएंगे, उसमें एक ‘टाइम कैप्सूल’ बनाकर के 2000 फीट नीचे डाला जाएगा।
यह है वजह : भविष्य में जब कोई भी इतिहास देखना चाहेगा तो रामजन्मभूमि के संघर्ष के इतिहास के साथ तथ्य भी निकल कर आएगा ताकि कोई भी विवाद यहां उत्पन्न न हो सके।
बता दें कि, आने वाली 5 अगस्त को राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम अयोध्या में सम्पन्न होगा। राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अयोध्या जाएंगे। इस कार्यक्रम में कुल 200 लोगों के शामिल होने की उम्मीदर है। राम मंदिर के भूमिपूजन का मुहूर्त 12 बजकर 15 मिनट 15 सेकेंड से 12 बजकर 15 मिनट 47 सेकेंड तक है। यानी प्रधानमंत्री 32 सेकंड में भूमि पूजन करेंगे। पीएम के हाथों आधारशिला के रूप में 5 नक्षत्रों की परिचायक पांच रजत शिलाएं रखी जाएंगी। प्रधानमंत्री मोदी जब 5 अगस्त को राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे उसी के बाद से मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा।
बता दें कि एल एंड टी कंपनी नींव की खुदाई शुरू कर देगी। 200 मीटर की खुदाई के मिट्टी के सैंपल की रिपोर्ट अभी नहीं आई है। उसी के मुताबिक नींव की कितनी गहरी खुदाई होगी, यह तय होगा। मंदिर का प्लेटफार्म कितना ऊंचा होगा इसे मंदिर का ट्रस्ट तय करेगा। अभी तक इसकी ऊंचाई 12 फुट से 15 फुट के बीच करने की बात हो रही है।