पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज रायपुर के 600 से अधिक जूनियर डाक्टर गुरुवार को आपात चिकित्सा समेत सभी सेवाओं का बहिष्कार करते हुए अनिश्चिकालीन हड़ताल पर चले गए। मरीजों को समस्या न, हो इसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने सभी सीनियर डाक्टरों की ड्यूटी लगा रखी थी। इसलिए ओपीडी और आपात चिकित्सा सेवाओं में मरीजों को अधिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ा। बता दें जूडा शिष्यवृत्ति (छात्रवृत्ति) बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
रायपुर मेडिकल कालेज परिसर में उनकी हड़ताल सुबह आठ बजे से शुरू हो गई। वे अपनी मांग को लेकर बैनर-पोस्टर लहराते हुए नारेबाजी करते रहे। उन्होंने कालेज प्रबंधन और सरकार पर मांग को लगातार अनसुना करन का आरोप लगाया।
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि गुरुवार को अस्पताल में 1,251 मरीज ओपीडी में पहुंचे। वहीं, 12 बड़े आपरेशन हुए। वहीं पांच नार्मल और नौ सीजेरियन डिलिवरी कराई गई। चूंकि प्रदर्शन की जानकारी पहले से थी, इसलिए अन्य दिनों की अपेक्षा मरीज कम पहुंचे थे। पिछले तीन दिनों की स्थिति देखें तो ओपीडी में 1,500 से 1,800 तक मरीज रोज दिन पहुंच रहे थे।
मरीजों को बताई समस्या मांगी माफी
जूडा ने को आंबेडकर अस्पताल परिसर में घूम-घूमकर मरीजों को अपनी मांग के संबंध में जानकारी दी। उन्हें बताया कि सरकार उनकी समस्याएं नहीं सुन रही है, इसलिए हड़ताल पर हैं। हड़ताल की वजह से इलाज में आने वाली समस्या के लिए उन्होंने मरीजों से माफी भी मांगी।
मांग पूरी होते तक जारी रहेगा धरना
जूनियर डाक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. प्रेम चौधरी, डा. अमन अग्रवाल, डा. मुरारी, डा. आयुष वर्मा ने कहा कि जब तक शासन मांग पूरी नहीं करती तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर के अध्यक्ष डा. राकेश गुप्ता ने धरना स्थल पहुंचकर प्रदर्शन को समर्थन दिया। उन्होंने सरकार से अपील की कि जायज मांग को पूरा किया जाए। वहीं, मरीजों की समस्याओं को देखते हुए जूडा से सेवा शुरू करने की भी बात कही।
आज निकालेंगे कैंडल मार्च
जूडा ने मेडिकल कालेज परिसर से आंबेडकर अस्पताल परिसर तक रैली भी निकाली। इस बीच शासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। जूडा ने बताया कि शुक्रवार को भी अनिश्चिकालीन धरना-प्रदर्शन सुबह आठ बजे से जारी रहेगा। शाम को सभी जूनियर डाक्टर कैंडल मार्च निकालकर विरोध जताएंगे।