भिलाई। पति और सास ने मिलकर महिला को पहले तो मौत के घाट उतार दिया, इसके बाद उसके मायके वालों को बीमारी से मौत होने की झूठी कहानी सुनाई, फिर पुलिस को बगैर सूचना दिए अंतिम संस्कार की तैयारी भी कर ली, लेकिन मायके वालों की शिकायत पर पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया। मामले में पति और सास सहित दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, मचांदूर के ग्राम खोपली निवासी लोकेश्वरी साहू की शादी खुमान साहू से करीब 8 साल पहले हुई थी। दोनों से दो बेटियां भी हैं। लोकेश्वरी का भाई योगेश साहू उसे लेने के लिए 27 जुलाई को घर पहुंचा था। इस दौरान उसे बताया गया कि लोकेश्वरी की बीमारी के चलते मौत हो गई है। वह लोग उसका अंतिम संस्कार करने की तैयारी में थे।
एक दिन पहले उनके घर पर जमकर झगड़ा हुआ था। इस पर योगेश ने पुलिस को सूचना दे दी। उसने बताया कि एक दिन पहले 26 जुलाई को लोकेश्वरी और उसके पति के बीच झगड़ा हुआ था। इस दौरान उसे बुरी तरह से पीटा गया। इस बात को लोकेश्वरी ने फोन कर अपने घर में बताया था। साथ ही कहा था कि उसे यहां से लेकर जाओ, नहीं तो यह लोग मार डालेंगे। इसके चलते वह बहन को लेने के लिए पहुंचा था।
लोकेश्वरी साहू के गले पर निशान देख पुलिस को संदेह हुआ। पूछताछ में पति व सास रोहिणी साहू ने मारपीट और हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। पूछताछ में आरोपी पति खुमान ने बताया कि लोकेश्वरी किसी अन्य व्यक्ति से फोन पर बात करती थी। 26 जुलाई को भी सुबह और फिर रात करीब 8 बजे दोनों के बीच विवाद हुआ।
इसके बाद लोकेश्वरी को उसके पति व सास ने लात-घूंसे और चप्पल से पीटा। जब वह बेसुध हो गई तो घर के ही कमरे में लगे पंखे पर फंदा बनाकर दोनों ने लोकेश्वरी को लटका दिया। इसके चलते उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद हंसिए से फंदा काटकर शव को नीचे उतारा और अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे। तभी लोकेश्वरी का भाई पहुंच गया।
खुमान साहू ने पत्नी की हत्या करने के बाद अपने परिचित पुरेंद्र वर्मा को फोन किया और झगड़े के चलते लोकेश्वरी की आत्महत्या करने की बात कही। इस पर पुरेंद्र और एक अन्य नवीन चंद्राकर उसके घर पहुंचे। उसके साथ गाड़ी में बैठकर गांव से बाहर गए। फंदे में प्रयुक्त तौलिया जला दिया और हंसिये को नाली में फेंक दिया। पुलिस ने अन्य दोनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है।