रायपुर। CG BIG NEWS : घरों, दफ्तरों और कारखानों की बिजली अब रिचार्ज सिस्टम से चालू और बंद होगी। मीटर में बैलेंस खत्म होते ही बिजली बंद हो जाएगी और रिचार्ज कराते ही बिजली लौट आएगी। प्रदेश में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के लिए बिजली कंपनी ने पिछले महीने टेंडर जारी किया था। पांच कंपनियों ने प्रदेश में प्रीपेड मीटर लगाने के लिए टेंडर भरा है। अब टेंडर खुल गया है। तकनीकी बिड खुलने के बाद जल्द ही फाइनेंशियल बिड खोलने की तैयारी है।
लोवेस्ट बिडर को वर्क आर्डर दिया जाएगा और उसके बाद प्रदेश में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने शुरू हो जाएंगे। प्रदेश में एक साथ मीटर लगेंगे, लेकिन इसकी शुरुआत राजधानी से होगी। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनी के प्रदेश में 56 लाख उपभोक्ता हैं। यहां लगे सभी मीटरों को स्मार्ट प्रीपेड मीटर में बदला जाएगा। इसका कोई चार्ज नहीं लगेगा। प्रीपेड मीटर लगते ही लोग घर बैठे मोबाइल की तरह अपने घर का बिजली मीटर रिचार्ज करा सकेंगे। वे जितनी बिजली जलाएंगे, उतना रिचार्ज करना पड़ेगा। लोगों भ्रम नहीं रहेगा कि उनका ज्यादा बिल आ रहा है।
अभी तक लोग पहले बिजली का उपयोग करते हैं और महीनेभर बाद बिजली का बिल आता है। बिजली कंपनी को पैसे मिलने में डेढ़ महीने का वक्त लग जाता है। कंपनी के नजरिए से यह एक दिक्कत है। बिजली कंपनी को हर महीने रीडिंग के लिए लोगों के घर एक कर्मचारी भेजना पड़ता है। इसमें समय और श्रम लगता है। बिल को लेकर लोगों की शिकायतें भी रहती हैं। इन दिक्कतों के साथ ही लोगों को घर बैठे सुविधाएं देने के लिए स्मार्ट मीटर का कांसेप्ट लाया गया है।
ऐसे चलेगा पूरा सिस्टम
प्रीपेड मीटर में एक छोटा सा मॉडम लगा रहेगा। इसे सर्वर के साथ-साथ उपभोक्ताओं के मोबाइल से कनेक्ट कर दिया जाएगा। उपभोक्ताओं को पता रहेगा कि उनके पास कितना बैलेंस है। रिचार्ज खत्म होने से पहले ही फोन पर बैलेंस रिचार्ज करने का मैसेज चला जाएगा। प्रीपेड मीटर की रीडिंग को बिना लोकेशन पर गए सर्वर रूम या ऑफिस में बैठकर हो कंप्यूटर से देखा जा सकेगा।
ज्यादा बिल की शिकायत
दिल्ली, यूपी, बिहार आदि राज्यों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगे हैं। इन राज्यों में कहीं-कहीं पर उपभोक्ता इस बात को लेकर शिकायत कर रहे हैं कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने से उनके घरों में बिजली बिल का खर्च बढ़ा है। पहले जहां आठ सौ से हजार भर का बिल आता था, वहीं अब उन्हें 1500 से दो हजार का रिचार्ज महीने में करते हैं। इन राज्यों में ऐसी शिकायतों को लेकर लोग बिजली दफ्तरों अर्जी लेकर पहुंच रहे हैं।
ऐसे हैं पुराने मीटर
- पुराना मीटर आसानी से बंद कर सकते हैं।
- छेड़ छाड़ करना काफी आसान है।
- मीटर में आसानी से सर्किट लगा सकते हैं।
- बिजली चोरी का नुकसान ईमानदार उपभोक्ताओं को होता है।
- कंपनी को डेढ़ से दो माह बाद मिलता है पैसा।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर के फायदे
- स्मार्ट मीटर को फोन से रिचार्ज कर सकेंगे।
- बिना रिचार्ज किए बिजली नहीं जला पाएंगे।
- रिचार्ज प्लान के मुताबिक बिजली की खपत।
- बिजली की खपत नहीं, तो कोई बिल नहीं।
- कंपनी को एडवांस में मिल जाएगी रकम।