नई दिल्ली- सुशांत सिंह राजपूत केस की मौत की सीबीआई जांच की मांग करने वाली जनहित याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पुलिस को उनका काम करने दीजिए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता अलख प्रिया का इस मामले में कोई लेना देना नहीं है। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को कहा कि बॉम्बे हाई कोर्ट जाएं। इधर प्रवर्तन निदेशालय ने सुशांत सिंह राजपूत केस में एफआईआर की पूरी जानकारी मांगी है। ईडी 15 करोड़ रुपये हड़पने के आरोपों पर भी गौर करेगी। आपको बता दें कि रिया चक्रवर्ती पर सुशांत के पिता ने उनके बैंक खातों से पैसे चुराने के आरोप लगाए हैं। साथ ही सुशांत की दिमागी हालत के लिए रिया को ही जिम्मेदार माना है।
रिया चक्रवर्ती भी पहुंची हाईकोर्ट
रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानशिन्दे के मुताबिक इस मामले को पटना से मुंबई स्थानांतरित कराने के लिए उच्चतम न्यायलाय में याचिका दायर की गयी है। मानशिन्दे ने बताया कि चक्रवर्ती ने अपनी याचिका का निपटारा होने तक पटना में सुशांत के पिता की प्राथमिकी पर बिहार पुलिस की कार्यवाही पर रोक लगाने का भी अनुरोध किया है । रिया नहीं चाहती कि उन्हें पेशी के लिए बार-बार पटना का सफर करना पड़े।इसलिए वो सारी सुनवाई मुंबई की अदालत में करवाना चाहतीं हैं।
बिहार पुलिस भी कर रही है जांच
सुशांत सिंह राजपूत केस में अब बिहार पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी है. बिहार पुलिस मामले की तह तक जाने के लिए मुंबई पुलिस से भी संपर्क बनाए हुए है. वहीं सुशांत की बहन मीतू सिंह और उनके दोस्त कृष्णा शेट्टी का बयान भी दर्ज कर लिया गया है. सुशांत के फैंस और कई सितारे इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। बिहार पुलिस ने मुंबई में सुशांत की बहन मीतू सिंह और उसके दोस्त महेश कृष्णा शेट्टी का स्टेटमेंट लिया है. सुशांत की बहन ने कहा, ‘रिया ने सुशांत को पूरी तरह से कन्ट्रोल में कर लिया था. भूत प्रेत की कहानी सुना कर उनका घर भी बदलवा दिया था. बिहार पुलिस अब सुशांत का खाता खंगालने बैंक जाएगी. साथ ही उन डॉक्टरों से भी बिहार पुलिस पूछताछ करेंगी जिन्होंने सुशांत का इलाज किया था.’
VIRAL SACH-क्या जिंदा थे सुशांत?
मायावती ने की सीबीआई जांच की मांग
बसपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी सीबीआई जांच की मांग की है. मायावती ने ट्वीट कर लिखा- बिहार मूल के युवा बालीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला रोज नए तथ्यों के उजागर होने व उनके पिता द्वारा पटना पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने से लगातार गहराता जा रहा है. अब मामले की जांच महाराष्ट्र व बिहार पुलिस द्वारा होने से बेहतर है कि प्रकरण की जांच सीबीआई ही करे.