राजनांदगांव। जुआ पकड़े में लगातार ध्यान दे रही पुलिस के लिए बुधवार शाम की एक रेड कार्रवाई परेशानियों का कारण बन गई। लालबाग पुलिस के भय से दो जुआरी शिवनाथ नदी में कूद गए। एक तो किसी तरह तैरकर बाहर निकल गया पर दूसरा जुआरी काल के गाल में समा गया। गुरूवार की सुबह से शिवनाथ नदी में घंटों मशक्कत के बाद गोताखोरों की मदद से बसंतपुर राजीव नगर निवासी योगेंद्र सोनकर का शव बरामद किया गया। इधर लालबाग पुलिस ने कुल आठ जुआरियों से चार हजार दो सौ साठ रूपए जब्त कर उनके खिलाफ 13 जुआ एक्ट का मामला पंजीबद्ध किया है। जानकारी के अनुसार लालबाग थाना क्षेत्र के रामपुर-मोहभट्टठा आवाजाही के आम रास्ते से करीब आधा किमी दूर खेत-खार से लगे शिवनाथ नदी के किनारे जुआरियों का एक दल बुधवार की शाम जुआ खेल रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो फड़ में करीब अठारह- बीस लोग थे और आठ से दस लोग जुए का मजा ले रहे थे। इस बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। बताया जाता है कि एक प्रधान आरक्षक सहित छह-सात पुलिस वाले जुआरियों को दबोचने की कोशिस में मौके के लिए रवाना हुए थे। चुुंकि जुआरी नदी किनारे मोमबत्ती के सहारे जुआ खेल रहे थे। पुलिस को मिली सूचना के आधार पर जवान मौके पर जुआरियों को पूरी तरह दबोच पाती इसके पहले ही जुआरी भाग गए। आठ जुआरी पुलिस के हाथ लगे, दो लोग डर के मारे में नदी में कूद गए। बताया जाता है कि नरेद्र यादव नामक मोहारा का युवक जो नदी में कूदा था वो तो किसी तरह तैरकर बाहर आ गया।
पुलिस को यह पता चल गया था कि एक जुआरी नदी में कूद गया पर रात होने के कारण पुलिस मौके से लौट आई। इधर बसंतपुर राजीव नगर का युवक योगेंद्र सोनकर के रात में घर नहीं लौटने से उसके परिजनों ने पता साजी की। गुरूवार की सुबह लालबाग थाना प्रभारी प्रशिक्षु डीएसपी मयंक रण सिंह दलबल के साथ होमगार्ड के गोताखोरों का दल और बोट लेकर मौके पर पहुुंचे। कई घंटों की खोजबीन के बाद नदी किनारे युवक शव बोट के कांटे में फंसकर बाहर आया। इधर घटना की जानकारी के बाद रामपुर, मोहभटठा, राजीव नगर बसंतपुर, नंदई, मोहारा के सैंकडों लोग मौके पर पहुंच गए थे। मृतक के परिजन भी मौके पर डंटे थे, जैसे से बोट के संकल में फंसकर युवक का शव बाहर आया, परिजन रोने बिलखने लग गए। पोस्ट मार्डम के बाद शव को परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है।
-घेराबंदी में फेल खा गई पुलिस
जुए की सूचना पर पुलिस जिस ढंग से मौके पर पहुंची थी उस हिसाब से उनकी घेराबंदी फेल खा गई। जुआ स्थल तक पहुंचने के लिए ‘मेडपार’ के अलावा और कोई रास्ता नहीं था। बताया जाता है कि शाम का समय होने के कारण पुलिस भी मौके की परिस्थिति को पूरी तरह से भांप नहीं पाई इसलिए उनकी योजना पूरी तरह से फेल खा गई। बताया जाता है कि पुलिस अपनी मोटर साईेकिल से मौके पर पहुंची थी। बाईक को करीब आधा किमी दूर रखने के बाद पैदल फड़ तक पहुंची। पुलिस की ओर जो जब्त रकम का खुलासा किया गया है उसके मुताबिक जुए में काफी निम्र वर्ग के लोग शामिल थे। नंदई के एक जनप्रतिनिधि के भी मौके पर होने की जानकारी है पर वह अपराध के दायरे से बाहर है।