लगातार महंगाई में कमी लाने की कोशिश की जा रही है. इस बीच सरकार के संज्ञान में गेहूं और आटे की बढ़ी हुई कीमतों( price) भी है, जिस पर अब मोदी सरकार ने एक्शन लिया है. सरकार ने गेहूं और आटे की कीमतों में कमी लाने के लिए अब कदम उठाया है है।
स्टॉक ई-नीलामी के माध्यम से आटा मिलों/निजी व्यापारियों/थोक खरीदारों/गेहूं उत्पादों के निर्माताओं को बेचने के लिए होगा. सूत्रों ने कहा कि गेहूं के स्टॉक( e stock) को खुले बाजार में बेचने का प्रस्ताव मंत्रियों के एक समूह ने लिया था।
ओएमएसएस के तहत बेचने का फैसला किया गया
‘‘अब तक 50 लाख टन (30+20 लाख टन) गेहूं को ओएमएसएस के तहत बेचने का फैसला( decision) किया गया है. 20 लाख टन गेहूं की अतिरिक्त बिक्री के साथ आरक्षित मूल्य में कमी करने जैसे फैसले से उपभोक्ताओं के लिए गेहूं और गेहूं के उत्पादों के बाजार मूल्य में कमी लाने में मदद मिलेगी।
30 लाख टन गेहूं खुले बाजार में बेचने की घोषणा
केंद्र ने 25 जनवरी को गेहूं और गेहूं के आटे की कीमतों में तेजी पर काबू पाने के लिए अपने बफर स्टॉक( stock) से 30 लाख टन गेहूं खुले बाजार में बेचने की घोषणा की थी. मंगलवार को जारी एक सरकारी बयान के अनुसार, सरकार ने फैसला किया है कि भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) खुला बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत 20 लाख टन अतिरिक्त गेहूं खुले बाजार में लायेगा.