रायपुर। CG NEWS : वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक का आज सुबह (14 मार्च) को निधन हो गया. उनके पीए मोहन ने बताया, आज मंगलवार की सुबह करीब 9 बजे वह बाथरूम में फिसल गये थे, उसके तुरंत बाद उनको घर के पास स्थित प्रतीक्षा अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वेद प्रताप वैदिक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वैदिक जी पत्रकारिता की चलती फिरती पाठशाला थे। उनके निधन से हिन्दी पत्रकारिता को अपूरणीय क्षति पहुंची है।
मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel ने वरिष्ठ पत्रकार #वेद_प्रताप_वैदिक के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।
– उन्होंने कहा कि वैदिक जी पत्रकारिता की चलती फिरती पाठशाला थे। उनके निधन से हिन्दी पत्रकारिता को अपूरणीय क्षति पहुंची है।#VedPratapVaidik pic.twitter.com/Kd47WDgIuG
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) March 14, 2023
वेद प्रताप वैदिक हिंदी भाषा के जाने माने पत्रकार थे, उन्होंने 78 वर्ष की उम्र में हरियाणा के गुडगांव जिले में आखिरी सांस ली। आखिरी बार वह अखबार की सुर्खियों में तब आए थे जब उन्होंने मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और आतंकी हाफिज सईद का इंटरव्यू किया था। उनका इंटरव्यू काफी चर्चा में रहा था।
कहां हुआ था जन्म, कहां ली आखिरी सांस?
वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक का जन्म 30 दिसंबर 1944 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में जेएनयू से पीएचडी की थी. वह चार साल तक दिल्ली में राजनीति शास्त्र के टीचर रहे. उनकी फिलॉस्फी और राजनीतिशास्त्र में भी काफी दिलचस्पी रही।
‘तो उस संसद पर थूकता हू’
हाफिज सईद का इंटरव्यू लेने के बाद जब पूरे देश में हंगामा मच गया था, तो दो सांसदों ने उन पर देशद्रोह का मुकदमा चलाकर उनको गिरफ्तार करने की मांग की थी. इस पर वैदिक ने टिप्पणी की थी, और कहा था, दो सांसद ही नहीं पूरे 543 सांसद सर्वकुमति से एक प्रस्ताव पारित करें और मुझे फांसी पर चढ़ा दें. मैं ऐसी संसद पर थूकता हूं.
कई भाषाओं के विद्वान थे वैदिक
दिवगंत पत्रकार वेद प्रताप वैदिक बहुत ही योग्य संपादकों में से एक माने जाते हैं. उन्होंने 12 सालों तक नवभारत टाइम्स के एडिटोरियल संपादक के रूप में काम किया था. इसके अलावा उन्होंने अफगानिस्तान पर शोध किया था. इसके अलावा वह लंदन, मॉस्को समेत 50 से अधिक देशों की यात्रा कर चुके थे.