लंदन में राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान के बाद संसद में सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है. सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जारी घमासान की वजह से पिछले तीन से संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण हंगामे की भेंट चढ़ चुका है.अब इस मुद्दे को लेकर तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने लोकसभा स्पीकर पर आरोप लगाए हैं. मोइत्रा ने कहा कि स्पीकर केवल बीजेपी के मंत्रियों को ही बोलने की अनुमति दे रहे हैं और विपक्ष की आवाज नहीं सुनी जा रही है.
मोइत्रा का ट्वीट
एक ट्वीट करते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा, ‘पिछले 3 दिनों के दौरान देखा गया कि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने केवल भाजपा मंत्रियों को माइक पर बोलने की अनुमति दी और फिर संसद को स्थगित कर दिया. एक भी विपक्षी सदस्य को बोलने की अनुमति नहीं दी गई. लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और स्पीकर इसकी अगुवाई कर रहे हैं. मैं इस ट्वीट के लिए जेल जाने को भी तैयार हूं.’
कांग्रेस का हमला
वहीं कांग्रेस ने भी संसद की कार्रवाई न चलने का ठीकरा बीजेपी पर फोड़ा है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘बीजेपी खुद हंगामा कर रही है.बीजेपी वाले साजिश करते है रोज, हमारे देश में छुआछूत है, अगर कोई बाहर जाकर इसके बारे में बात करे तो क्या झूठ है, गलत बात तो नहीं है.’ दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी बीजेपी पर आऱोप लगाए हैं और आज स्थगन प्रस्ताव का नोटिस पेश किया है.
बीजेपी का पलटवार
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा, ‘जितनी भी भारत विरोधी भाषा हैं, राहुल वही बोलते हैं. वह सदन में आकर माफी मांगें. भारत को बदनाम करने वालों को खिलाफ आवाज उठानी चाहिए. राहुल गांधी ने लंदन में जाकर झूठ बोला और इतना अनाप शनाप बोला कि रूल को ताक पर रख दिया.सबसे ज्यादा सरकार को रात दिन गाली देते रहते हैं फिर कहते हैं कि बोलने नहीं दिया जाता.पार्लियामेंट की गरिमा को गिराया है. उन्होंने संविधान और न्यायपालिका का अपमान किया है.’
स्पीकर की हिदायत
राहुल गांधी के लंदन वाले बयान को लेकर बीजेपी समेत सत्ताधारी गठबंधन के सांसद नारेबाजी कर रहे हैं तो वहीं विपक्षी सांसद भी प्लेकार्ड्स लेकर सदन में पहुंचे. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सदन में हंगामे पर कहा कि ये सदन चर्चा और संवाद के लिए है. इसलिए सदन को चलने दें. अगर आप जनता का कल्याण करना चाहते हैं. उन्होंने तख्तियां लेकर वेल में आए संसदों को सदन की गरिमा बनाए रखने की नसीहत भी दी और कहा कि ये सदन तख्तियां लेकर आने के लिए नहीं है.