काम, कला और सुंदरता के ग्रह शुक्र की शुभता कुंडली में बहुत जरूरी है। जीवन की समस्त भौतिक संपन्नताएं उन्हीं से मिलती है।
अशुभ प्रभाव कम करने हेतु अन्य उपयोगी उपाय।
शुक्रवार को किसी एकाक्षी (काने) ब्राह्मण को खीर खिलाएं।
शुक्रवार खीर बनाकर किसी मंदिर में दान करें।
पत्थर पर श्वेत चंदन का लेप कर बहते जल में प्रवाहित करें।
शुक्रवार को घर अथवा मंदिर में तुलसी का पौधा रोपित करें।
7 शुक्रवार को चींटियों को आटा व शकर मिश्रित कर डालें।
आज करें दान
दान का समय- सूर्योदय।
हवन हेतु समिधा- गूलर।
औषधि स्नान- जायफल, केसर व इलायची मिश्रित जल से।
शुक्र एकाक्षरी बीज मंत्र- ‘ॐ शुं शुक्राय नम:।’
तांत्रिक मंत्र- ‘ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।’
जप संख्या- 16,000 (16 हजार)।