रायपुर। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय ( KTU)में संचालित सामुदायिक रेडियो स्टेशन, रेडियो संवाद 90.8 एफ.एम. एवं सखी वन स्टॉप सेंटर रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव( aazadi ka amrit mahotsav) के उपलक्ष्य में ग्राम जुलुम में घरेलू हिंसा की रोकथाम के लिए जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
”हिंसा को नो” के ध्येय वाक्य के साथ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सखी सेंटर रायपुर की प्रभारी एवं नारी निकेतन की अधीक्षिका वंदना मिश्रा ने कहा कि घरेलू हिंसा भारत सहित पूरी दुनिया की एक बड़ी समस्या है। सखी सेंटर एवं नारी निकेतन महिलाओं की काउंसिलिंग के साथ-साथ उन्हें हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश करता है। कई बार हिंसा से पीड़ित महिला के परिवार को समझाया जाता है, इसके बावजूद भी हिंसा पूरी तरह से बंद नहीं हो पाती। कई बार महिलाओं को 5 से 6 बार हेल्प सेंटर( help center) की सहायता लेनी पड़ती है।
अभी तक 6 हजार केस में से लगभग 5 हजार का निपटारा
सखी सेंटर की काउंसलर डॉ. नीति सिंह ने कहा कि हमारे पास अभी तक 6 हजार केस आ चुके हैं, जिनमें से लगभग 5 हजार का निपटारा हो चुका है। महिलाओं( womens) को डरना नहीं चाहिए। अगर उनके साथ घरेलू हिंसा हो रही है, तो उन्हें तुरंत नजदीक के सखी सेंटर में जाकर शिकायत दर्ज करानी चाहिए। उन्होंने बताया कि काउंसलिंग ( counselling) के दौरान देखने को मिलता है कि घर-परिवार होने के कारण महिलाएं आमतौर पर शिकायत दर्ज कराने नहीं आती हैं या फिर शिकायत करने के बाद केस वापस ले लेती हैं, जिनसे भविष्य में उन्हें फिर से घरेलू हिंसा का शिकार होना पड़ता है।
लोकलाज के भय से आगे आकर सुरक्षा की और बढ़ना चाहिए
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अधिवक्ता सुशीला पटेल ने बताया कि केस दर्ज होने के बाद भी महिलाएं डर की वजह से ठीक से न्याय पाने की लड़ाई में आगे नहीं आ पातीं, जिससे उनका केस कमजोर पड़ जाता है। कई बार शिकायत तो दर्ज होता है, लेकिन किसी गवाह के सामने न आ पाने की वजह से भी केस कमजोर हो जाता है और पीड़ित महिला को न्याय नहीं मिल पाता। इसलिए लोकलाज के भय से आगे आकर सुरक्षा की और बढ़ना चाहिए।
घरेलू हिंसा एक सामाजिक बुराई – डॉ. नरेन्द्र त्रिपाठी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रेडियो संवाद के निदेशक डॉ. नरेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि घरेलू हिंसा एक सामाजिक बुराई है। घरेलू हिंसा पर रेडियो संवाद 90.8 एफएम पिछले छह महीने से रायपुर के 7 ग्रामों कठाडीह, दतरेंगा, कांदुल, जुलुम, सोनपेरी, डोमा, टेकारी में स्मार्ट नई दिल्ली( new delhi) के सहयोग से जागरुकता अभियान चला रहा है। उन्होंने कहा कि यह समस्या भारत ही नहीं पूरे विश्व की है। इससे बचने के लिए महिला पुरुष में समानता का बोध, आर्थिक रूप में महिलाओं को सशक्त व सुदृढ़, शिक्षित व जागरूक होना होगा। तभी वो इस समस्या का डटकर सामना कर सकती हैं।
ग्राम जुलुम ”हिंसा को नो” की जागरूकता में सहयोगी है
कार्यक्रम में ग्राम उपसरपंच अवध राम साहू ने कहा कि घरेलू हिंसा पर ग्राम में जागरूकता तेजी से बढ़ी है। ग्राम जुलुम ”हिंसा को नो” की जागरूकता में सहयोगी है। कार्यक्रम में सखी वन स्टॉप सेंटर से पुलिस सब इंस्पेक्टर ( sub inspector)राजकुमारी कामड़े, ”हिंसा को नो” कार्यक्रम की ग्राम सुपरवाइजर देवकी साहू, कार्यक्रम समन्वयक ज्योति साहू, बॉबी राजपूत, चंद्र शेखर शिवहरे, राकेश साहू, अतिथि शिक्षक काजल मिश्रा, अमित चौहान, सुप्रिया कुमारी, दीपक साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी व विद्यार्थी शामिल हुए।