रायपुर। छग के पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह के खिलाफ पीएमओ ने जांच शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक उन पर जांच का शिकंजा कसता जा रहा है। डाॅ. रमन पर आरोप है कि उन्होंने चुनाव के दौरान दाखिल किए गए शपथ पत्र में अपने आय से संबंधित जानकारियों को छिपाया था और चुनाव आयोग के समक्ष गलत जानकारियां प्रस्तुत की थी। इस मामले को लेकर पीएमओ में शिकायत हो गई थी।
बता दें कि डाॅ. रमन सिंह के खिलाफ कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने पीएमओ में शिकायत की थी। जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि डाॅ. रमन सिंह ने अपने आय को लेकर गलत जानकारियां चुनाव आयोग को शपथ पत्र के माध्यम से दी है। पीएमओ ने शिकायत पंजीबद्ध कर मामले की जांच का जिम्मा अपर सचिव अंबुज शर्मा को सौंपा है। आरोप में यह भी शामिल था कि शपथ पत्र में संपत्ति के वृद्धि का कोई स्त्रोत नहीं बताया गया है।
विनोद तिवारी के मुताबिक चुनाव शपथ पत्र के अनुसार, 1998 का चुनाव हारने के बाद रमन सिंह कर्ज में डूब चुके थे। वर्ष 2003 में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने और 2018 तक मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए करोड़ों रुपये की कमाई की। शिकायत में रमन के खिलाफ कोल ब्लाक आवंटन में गड़बड़ी सहित अन्य गड़बड़ियों की जानकारी दी गई है। इससे पहले रमन की शिकायत राज्यपाल, मुख्यमंत्री और आर्थिक अपराध शाखा से भी की गई थी।