पढ़ई तिहार के अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला खट्टी में आज अंगना म शिक्षा 3.0 कार्यक्रम का आयोजन किया गया, छत्तीसगढ़ में माताओं को जोड़कर बच्चों को घर पर पढ़ाई सीखने में सहयोग देने के लिए अंगना म शिक्षा कार्यक्रम को काफी अच्छी सफलता मिली है। इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय स्तर पर स्कॉच अवार्ड से भी नवाजा गया है। राज्य में दो वर्षों में इस कार्यक्रम से तीन लाख से अधिक माताएं सक्रिय रूप से जुड़कर बच्चों की शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीमती जानकी बाई ध्रुव, अध्यक्ष शाला प्रबंधन समिति थी कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती ममता निषाद ने की एवं विशेष अतिथि श्रीमती प्रेमीन बाई ध्रुव एवं श्रीमती अश्वनी पटेल थी। स्मार्ट माता के रूप में श्रीमती ललेश्वरी कमार का चयन कर सम्मान किया गया। आयोजन में आंगनबाड़ी के बच्चे भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी के छाया चित्र की पूजा अर्चना कर किया गया, जिला शिक्षाधिकारी डी .एस. चौहान, जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा श्याम चंद्राकर, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी आर. पी. दास एवं विकास खण्ड स्रोत समन्वयक तेजेश शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में हो रहे इस आयोजन में प्रभारी प्रधान पाठक गिरीश शर्मा ने पढ़ई तिहार अंगना म शिक्षा 3.0 की विस्तृत जानकारी दी। इस आयोजन में ग्राम की माताओ ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा गर्मी की छुट्टियों में किस तरह घर मे ही रहकर बच्चो को खेल खेल में अध्ययन अध्यापन से जोड़कर रखा जाए यह गतिविधि की गई। अंगना म शिक्षा के तहत माता उन्मुखीकरण आदि आयोजन समय समय पर किया जाता है उसी कड़ी में पढ़ई तिहार के तहत अंगना में शिक्षा 3.0 का आयोजन आज किया गया,इसमें उपस्थित माताओं को अंगना म शिक्षा के महत्त्व से परिचित कराया गया तथा किस तरह से घर मे भी बच्चो को शिक्षा से जोड़कर रखा जा सकता है यह गतिविधि कराई गई। कार्यक्रम में उपस्थित माताओं ने अपने बच्चो से गतिविधि करा कर अंगना म शिक्षा नाम को साकार किया। कार्यक्रम का संचालन प्रभारी प्रधान पाठक गिरीश शर्मा ने एवं आभार प्रदर्शन सहायक शिक्षक नारायण चंद्राकर ने किया, इस अवसर पर श्रीमती चमेली बाई ध्रुव, श्रीमती अश्वनी कमार, श्रीमती परमेश्वरी ध्रुव, श्रीमती दुर्गा बाई ध्रुव, श्रीमती ललेश्वरी कमार,श्रीमती पूर्णिमा निषाद, श्रीमती पुनीता ध्रुव, श्रीमती धनेश्वरी साहू, श्रीमती पूर्णिमा कमार, श्रीमती नन्द कुंवर यादव, शिक्षक गण श्रीमती टोकेश्वरी आमदे, चैन सिंह यादव, देवेंद्र कांशी, नारायण चंद्राकर, भुनेश्वर ध्रुव, तामेश्वर यादव आदि उपस्थित थे।