कोरिया। कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया में नजर आ रहा है। देश में साढ़े पांच हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं, तो 160 लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि छत्तीसगढ़ इस मामले में अभी तक सौभाग्यशाली साबित हुआ है। जहां पूरी दुनिया में हाहाकार मचा है, तो प्रदेश में कुल 10 में से 9 कोरोना प्रभावित मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। इसके बाद भी ऐहतियात बरती जा रही है और आवश्यक भी है। इसकी बानगी कोरिया जिले के बरतुंगा हिल माइंस में भी नजर आया, जहां पर माइंस में दाखिल होने से पहले कर्मचारी पूरी तरह से सेनेटाइज्ड हो जाते हैं। गौर करने वाली बात यह है कि इस उपकरण को खुद कर्मचारियों ने तैयार किया है।
देश और दुनिया में आज सबसे ज्यादा किसी चीज की मांग है, तो वह सेनेटाइजर है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए इसे रामबाण की संज्ञा से भी निरूपित किया जा चुका है। यही वजह है कि कोरिया जिले में स्थापित बरतुंगा हिल माइंस में कर्मचारियों ने माइंस के मुख्य द्वार पर सेनेटाइजर उपकरण बनाकर लगा दिया है। यहां से आते-जाते समय हर एक शख्स अपने आप सेनेटाइज्ड हो जाता है। इस वजह से यहां पर काम करने वाला हर शख्स खुद को पूरी तरह से सुरक्षित मानकर पूरी निष्ठा से कोयला उत्पादन में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। कहा भी जाता है, जान है तभी जहान है। कोरोना वायरस के संक्रमण से देश और दुनिया के अधिकांश हिस्सों में मौत की चित्कार सुनाई पड़ रही है, ऐसे में ऐहतियात बरतना भी जरूरी है।