कर्नाटक में चुनाव प्रचार के बाद 224 सीटों के लिए आज सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गयी है।
कर्नाटक( karnatak) में पिछले 38 साल से हर 5 साल में सत्ता बदलती आ रही है। आखिरी बार 1985 में रामकृष्ण हेगड़े के नेतृत्व वाली जनता पार्टी ने सत्ता में रहते हुए चुनाव जीता था। वहीं, पिछले पांच चुनाव (1999, 2004, 2008, 2013 और 2018) में से सिर्फ दो बार ( 1999, 2013) सिंगल पार्टी को बहुमत मिला। भाजपा 2004, 2008, 2018 में सबसे बड़ी पार्टी बनी। उसने बाहरी सपोर्ट से सरकार बनाई।
पीएम नरेंद्र मोदी( PM modi) समेत पार्टी के बड़े नेताओं ने साढ़े चार सौ से ज्यादा रैलियां
भाजपा के लिए पीएम नरेंद्र मोदी समेत पार्टी के बड़े नेताओं ने साढ़े चार सौ से ज्यादा रैलियां कीं। 100 से ज्यादा रोड शो भी किए। खुद पीएम मोदी दो दिन कर्नाटक में रुके। वहीं, राहुल, प्रियंका और सोनिया ने 31 से ज्यादा सभाएं कीं।चुनावी कैंपेन में कांग्रेस ने भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार और कमीशन पर फोकस रखा। वहीं, भाजपा ने बजरंगबली, बजरंग दल, आतंकवाद को मुद्दा बनाया।
कांग्रेस( congress) ने भी आखिरी 8 दिन पूरी ताकत से प्रचार किया
कांग्रेस ने भी आखिरी 8 दिन पूरी ताकत से प्रचार किया। सोनिया गांधी ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए पूर्व सीएम शेट्टार के समर्थन में सभा की। कांग्रेस के नेशनल और स्टेट लीडर्स ने 99 रैली और 33 रोड शो किए। राहुल ने 16 रैली और 2 रोड शो, जबकि प्रियंका ने 15 रैली और 10 रोड शो किए।कांग्रेस की हर रैली में भाजपा सरकार के करप्शन का जिक्र हुआ। 40% कमीशन को लेकर सीएम से लेकर सरकारी मशीनरी पर निशाना साधा गया।