भोपाल। CRIME NEWS : राजधानी भोपाल से लगभग 150 किलोमीटर दूर शाजापुर जिले के बेरछा इलाके में अपने घर में सो रहे थे, तभी एक पुलिसकर्मी बाउंड्रीवाल के ऊपर से कूद कर उनके घर में घुस गया। बीते 27 मई की आधी रात की घटना है। जहां 55 वर्षीय जाकिर शेख घर में पुलिसकर्मी घुस गया। दरवाजे पर दस्तक सुनकर शेख ने दरवाजा खोला, तो सामने पुलिसकर्मी सुभाष खराड़ी को पाया, जो उनकी 25 वर्षीय बेटी का करीबी दोस्त था। शेख ने खराड़ी से सवाल किया कि वह इतनी देर रात उनके घर क्यों आया है और वह भी चारदीवारी फांद कर। उनके बीच कहासुनी शुरू हो गई। पुलिस के अनुसार कांस्टेबल खराड़ी (26) पड़ोसी जिले देवास में ड्राइवर के पद पर तैनात था। वह शेख की बेटी को अपने साथ भगाने के लिए उसको घर आया था। खराड़ी और शेख की बेटी छह महीने से रिलेशनशिप में थे।
अगले कुछ मिनटों तक दोनों पक्षों के बीच बहस जारी रही। इसी बीच अचानक खराड़ी ने अपनी सर्विस रिवाल्वर निकाली और बेटी सहित उन सभी पर गोलियां चला दीं। चीख-पुकार और गोलियों की आवाज सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे। तब तक आरोपी घटना स्थल से फरार हो गया था।
शेख, उनके बेटे और बेटी को पास के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां शेख को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि उनकी बेटी और बेटे को इलाज के लिए इंदौर रेफर कर दिया गया। बेरछा रेलवे ट्रैक पर एक शव मिलने के कुछ घंटों बाद अपराध में एक और मोड़ आया। मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि वह खराड़ी का शव है, जिसकी सुबह से तलाश की जा रही थी।
यहीं से वारदात की पूरी कहानी सामने आने लगी। मामले के जांच अधिकारी (आईओ) एन्नीम तोत्तो ने आईएएनएस को बताया, खराड़ी का शिवानी खान (शेख की बेटी) के साथ संबंध था। जांच के दौरान पता चला कि वे छह महीनों से सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे से बात कर रहे थे। युवती के पिता इस रिश्ते के खिलाफ थे और शिवानी भी अपने पिता से सहमत थी। लेकिन खराड़ी पीछे हटने को तैयार नहीं था। वह उस रात शिवानी के साथ भागने की कोशिश करने चला गया, जब अपराध हुआ था।
शिवानी और खराड़ी एक-दूसरे को स्कूल के दिनों से जानते थे, क्योंकि वे बेरछा इलाके में एक ही स्कूल में पढ़ते थे। खराड़ी और शिवानी एक-दूसरे को तब से जानते थे जब वे स्कूल में थे, लेकिन कॉल रिकॉर्ड से पता चला कि वे छह महीने से रिश्ते में थे। शिवानी ने खराड़ी से कहा कि वह इस रिश्ते को जारी नहीं रखेगी, क्योंकि उसके पिता ने इसे स्वीकार नहीं किया। इस पर खराड़ी उग्र हो गया और वह उसे जबरन अपने साथ ले जाने के लिए उसके घर गया, लेकिन उसके पिता ने विरोध किया और उसने गोलियां चला दीं।
जांच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि खराड़ी ने अपने फेसबुक अकाउंट पर शिवानी के साथ अपनी तस्वीरें पोस्ट की थीं। हालांकि, प्रथमदृष्टया ऐसा लगता है कि खराड़ी ने चलती ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। शिवानी को इंदौर के बॉम्बे अस्पताल में रेफर किया गया है और उसकी हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। .
किसी की हत्या करना और आत्महत्या करना दोनों ही अपराध हैं और खराड़ी ने ऐसा ही किया। लेकिन अगर दोनों पक्षों के परिवार इस पर चर्चा करने के लिए बैठते, तो इसे रोका जा सकता था। ऐसी घटनाओं का समाज पर प्रभाव पड़ता है।