रायपुर। छत्तीसगढ़ में महज 14 सीटों पर सिमट चुकी भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पार्टी के वरिष्ठ नेता सच्चिदानंद उपासने के सब्र का बांध आखिरकार टूट ही गया। प्रदेश में चैथी बार भाजपा की सरकार स्थापित नहीं होने का मलाल उन्हें भीतर ही भीतर खाए जा रहा था, जो आज सामने आ गया। वह भी उस वक्त जब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत छत्तीसगढ़ में मौजूद हैं। और यह उनकी मौजूदगी का ही असर है, जो उन्होंने इस अंदाज में हुंकार भरी है।
प्रवक्ता उपासने ने बहुत ही साफ इस बात को कहा है कि प्रदेश में निष्ठावान कार्यकर्ताओं की 15 सालों तक हुई उपेक्षा का परिणाम है कि प्रदेश में भाजपा की ना केवल सरकार बन पाई, बल्कि विपक्ष में सम्मानजनक स्थिति से भी वंचित रह गए। उन्होंने कहा कि इन 15 सालों के भीतर पार्टी में कई सारे दुर्गुण आ चुके हैं, जिसकी वजह से इस हालात का सामना करना पड़ रहा है।
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प्रवक्ता उपासने ने कहा कि प्रदेश की जनता ने अपनी आंखों से देखा है कि राज्य में भाजपा क्या थी और अब क्या हो चुकी है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि प्रदेश में केवल परिक्रमा करने वालों को तवज्जो मिला, जिसकी वजह से पूरी पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा और आज भी स्थिति वही है, जिसका खामियाजा प्रदेश में भाजपा को भोगना पड़ रहा है। हालात यह है कि आंखों के सामने हो रहे सरकार के गलत कामों का विरोध तक करने की स्थिति में नहीं है।
उनका कहना है कि अब भी निर्णय में देरी नहीं की गई और निर्णय लेने के लिए ज्यादा से ज्यादा निष्ठावान कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया, तो आने वाला कल सुधारा जा सकता है।