नई दिल्ली। National News : मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा मानवाधिकारों की सुरक्षा के लिए अदालतें ही एकमात्र सहारा नहीं हैं और उनकी सुरक्षा में नागरिकों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के लॉ स्कूल में वैश्विक परिवर्तन और कानूनी पेशे, अतीत और भविष्य भारत से परिप्रेक्ष्य विषय पर बोलते हुए, मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा कि सही मायने में अधिकार-सतर्कता या अधिकार-जीवंत समाज के लिए निरंतर होना चाहिए अदालतों, नागरिकों और नागरिक समाज संगठनों के बीच जुड़ाव होना चाहिए।
मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा, नागरिकता की अधिकारों के संरक्षण में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह बात को बढ़ा-चढ़ाकर कहना होगा, मेरे दिमाग में यह कहना होगा कि अदालतें इन अधिकारों की सुरक्षा के लिए सहारा का एकमात्र स्रोत हैं। सीजेआई ने कहा कि अदालतों द्वारा निभाई जा रही एक और संवादात्मक भूमिका है जो अदालत के साथ बातचीत के दौरान उभर कर सामने आती है।