रायपुर। हमेशा से ही ये सुना जाता है कि बेजुबान जानवरों(animals ) को खाना खिलाने से भगवान की कृपा बनी रहती है । कुत्ते को कालभैरव का माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि काले कुत्ते को रोटी डालने से काल भैरव प्रसन्न होते हैं और अकाल मौत को टाल देते हैं। इस बीच राजधानी में एक कुत्ते से क्रूरता की एक घटना सामने आई। दो व्यक्तियों ने गली में रहने वाले कुत्ते को पीट-पीटकर मार डाले। दोनों आरोपी कुत्ते से चिढ़ते थे और इसी वजह से कुत्ते की हत्या कर दी। मामले में दोनों को गिरफ्तार(arrest ) कर लिया है।
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जानकारी के मुताबिक, खमतराई के शिवानंद मोहल्ले में भूरी नामक कुतिया रहती थी। भुरी को खाना-पीना मोहल्ले की ही ललिता चौधरी और पुत्र नितिन चौधरी कई वर्षों से देते थे। ललिता का आरोप है कि पिछले 2 साल से पड़ोस के चिन्नी राव और निर्मल बावरिया कुत्ते से चिढ़ते थे और खाना देने पर गाली गलौज व जान से मारने कि धमकी देकर महिला से विवाद करते थे। महिला ने मोहल्ले की बात है सोचकर कभी शिकायत नहीं की।
कुत्ते को जान से मारने का षड्यंत्र
बताया जा रहा है कुछ दिनों से दोनों आरोपी कुत्ते को जान से मारने का षड्यंत्र रच रहे थे। गुरुवार रात दोनों ने भूरी को डंडे और पत्थर से पीट-पीटकर हत्या कर दी। कुत्ते की रोने की आवाज सुन ललिता और उनके बेटे बाहर निकले तो खून में लथपथ भूरी ने दम तोड़ दिया।
धारा 428 : पशुओं को मारना और जहर देना या उसे अपाहिज करने पर दो साल की कैद या दंड तथा दाेनों दिया जा सकता है। धारा 429 : पशुओं को मार डालने, जहर देना या अपाहिज कर देने पर पांच साल की सजा या दंड या फिर दोनों दिया जा सकता है।