महासमुंद। CG NEWS : जिले के पिथौरा विकासखंड के ग्राम बल्दीडीह निवासी एक कुम्हार परिवार को सरपंच द्वारा अतिक्रमण के नाम से परेशान किया जा रहा है। जब कुम्हार के बेटे ने इसका विरोध किया तो सरपंच पति द्वारा उसके साथ मारपीट किया। मारपीट की शिकायत थाने में किया गया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। न्याय की आश में पीड़ित ने कलेक्टर महासमुंद को भी आवेदन दिया है परन्तु अब तक निराशा ही हाथ लगा है।
मारपीट-
हम आपको बता दें कि आज से 20 साल पहले कुम्हार परिवार को तत्कालीन ग्राम के एक बुजुर्ग ने स्टांप पेपर पर लिख कर दिया था कि आज से यह जमीन आपकी है। अब 20-22 साल बाद ग्राम बल्दीडीह के सरपंच पति ने कुम्हार परिवार के कब्जे वाली जमीन को अतिक्रमण बता कर बुलडोजर चलवा दिया है। जिस स्थान पर कुम्हार परिवार निवासरत है। उस स्थान पर और भी लोग वर्षों से अतिक्रमण कर रहे हैं जिन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। आपसी रंजिश के चलते सरपंच पति द्वारा कुम्हार परिवार को नाहक प्रताड़ित किया जा रहा है।
जहां एक ओर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पांडे परिवारों को जीवन यापन के लिए जमीन दिया जा रहा है वहीं, दूसरी ओर उन्ही पांडे परिवारों को सरपंच द्वारा बेदखल करने का प्रयास कर रही है।
हमारी ग्रैंड न्यूज़ की टीम ग्राउंड रिपोर्ट के लिए पहुंची और सरपंच पति से संपर्क किया गया। उन्होंने बताया पीड़ित परिवार के द्वारा तालाब की सीमा के अंदर घर बनाया जा रहा था। जिसमें अमृत सरोवर शासन की योजना के तहत सौंदर्यीकरण किया जाना है। जिसके लिए ग्राम के ही प्रजापति परिवार के द्वारा तालाब पर अतिक्रमण करने पर उन्हें ग्राम पंचायत के प्रस्ताव के द्वारा अतिक्रमण को हटाने का नोटिस दिया गया था। अतिक्रमण नहीं हटाने पर उन्हें पंचायत के द्वारा हटाने का प्रयास किया गया।