ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। CG NEWS : छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में तीन अलग-अलग घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई। इनमें एक अधेड़ जहां हादसे का शिकार हो गया, वहीं दो युवकों ने खुदकुशी कर ली। अधेड़ मछली पकड़ने के लिए गया था। इस दौरान खुद ही जाल में फंस गया और पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। वहीं दोनों युवकों ने घर में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। दोनों युवकों की खुदकुशी का कारण स्पष्ट नहीं है। पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई कर तीनों के शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया है।
बेटे ने देखा पिता का शव फांसी पर लटकते
जानकारी के मुताबिक, कोतवाली क्षेत्र के वार्ड-40 अब्दुल कलाम नगर निवासी कैलाश नाग (45) ने गुरुवार को अपने चार बच्चों के साथ खाना खाने के बाद सभी को सुला दिया। फिर खुद भी सोने के लिए कमरे में चला गया। शाम को एक बेटा उठा और पिता के कमरे की तरफ गया तो वहां कैलाश फंदे पर लटकता हुआ दिखाई दिया। इस पर बेटे ने अपने भाइयों के साथ ही आसपास के लोगों को बुलाया। स्थानीय लोग उसे अस्पताल ले गए, लेकिन वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
दो शादियां की थी कैलाश ने
बताया जा रहा है की कैलाश नाग ने दो शादियां की थी। उसकी पहली पत्नी की करीब सात वर्ष पहले बीमारी के कारण मौत हो गई। इसके बाद उसने दूसरी शादी कर ली। उसके चार बच्चे हैं। घटना के दौरान दूसरी पत्नी अपने मायके नानगुर गई थी। पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई के बाद शुक्रवार को शव परिजनों को सौंप दिया है। कैलाश ने खुदकुशी क्यों की, इसका कारण अभी तक सामने नहीं आ सका है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
खुदकुशी का कारण पता नहीं
वहीं बोधघाट क्षेत्र के वार्ड 24 जवाहर नगर में रहने वाला धनुर्जय बघेल (22) पुत्र राजेश बघेल ने भी खुदकुशी कर ली। वह कुली मजदूरी का काम करता था। घर में ही परिजनों ने उसे साड़ी से फंदा बनाकर लटके देखा तो उतार कर महारानी अस्पताल ले गए। वहां उसकी मौत हो गई। राजेश बघेल की भी खुदकुशी का कारण सामने नहीं आ सका है। पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई के बाद उसका भी शव परिजनों को सौंप दिया है। दोनों ही मामलों में पुलिस जांच कर रही है। इसे लेकर परिजनों के बयान लिए जा रहे हैं।
मामा के साथ गया था मछली पकड़ने
दूसरी ओर परपा क्षेत्र के हजारीगुड़ा निवासी श्यामनाथ नाग (50) की शुक्रवार सुबह तालाब में डूबने से मौत हो गई। वह अपने मामा मामा सुखराम के साथ सुबह करीब 8 बजे बोधनी देवी नर्सिंग कॉलेज के पीछे तालाब में मछली पकड़ने के लिए गया था। जो जाल उसने मछली पकड़ने के लिए लगाया था, श्यामनाथ खुद उसमें फंस गया और पानी में डूबने लगा। उसे डूबते देख मामा सुखराम ने आसपास के लोगों को मदद के लिए बुलाया। लोगों ने उसे तालाब से बाहर निकाला, लेकिन तब तक श्यामनाथ दम तोड़ चुका था।