भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने बहुप्रतीक्षित चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3’ के लॉन्च होने की एक अनुमानित तारीख बताई है. अधिकारियों ने बुधवार (28 जून) को कहा कि चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण 13 जुलाई को दोपहर बाद 2:30 बजे किया जाएगा.
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बता दें कि इससे पहले 7 सितंबर 2019 को भारत के दूसरे चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-2’ की चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग नहीं हो पाई थी. इसे चंद्रमा की सतह के दक्षिण ध्रुव के पास उतरना था. यह जब चंद्रमा की सतह पर उतरने वाला था तब लैंडर विक्रम से उसका संपर्क टूट गया था. प्रधानमंत्री मोदी भी उस समय ऐतिहासिक क्षण के गवाह बनने के लिए बेंगलुरु स्थित इसरो के मुख्यालय में पहुंचे थे.
जताई कि 12 से 19 जुलाई के बीच चंद्रयान तीन लॉन्च हो सकता है
चंद्रयान-3 को रॉकेट के साथ लगाया जाएगा और फिर लॉन्च किया जाएगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि 12 से 19 जुलाई के बीच चंद्रयान तीन लॉन्च हो सकता है, लेकिन सबसे नजदीक की तारीख तय की जाएगी.इसरो प्रमुख ने कहा कि अगर कोई तकीनीकी समस्या नहीं आती है तो हो सकता है कि 12, 13 या 14 को लॉन्च किया जाए. उन्होंने यह भी कहा, ”सभी परीक्षण पूरे होने के बाद हम सटीक तारीख बताई जाएगी.” एस सोमनाथ ने कहा कि लॉन्च की तारीख को लेकर कई तरह की अफवाहें हैं लेकिन फाइनल डेट इसी दरमियान होगी
चंद्रयान-3 क्या है?
चंद्रयान मिशन के तहत इसरो चांद की स्टडी करना चाहता है. भारत ने पहली बार 2008 में चंद्रयान-1 की सफल लॉन्चिग की थी. इसके बाद 2019 में चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग में भारत को असफलता मिली. अब भारत चंद्रयान-3 लॉन्च करके इतिहास रचने की कोशिश में है. इसकी लॉन्चिंग श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से होगी. चंद्रयान-3 के तीन हिस्से- प्रोपल्शन मॉड्यूल, लैंडर मॉड्यूल और रोवर तैयार किए गए हैं. इन्हें जिसे टेक्निकल भाषा में मॉड्यूल कहते हैं.