महासमुंद। CG NEWS : जिले के बागबाहरा और महासमुंद क्षेत्र के वनवासी वन अधिकार पट्टा नहीं मिलने से 45 गांव के ग्रामीण परेशान है, जबकि कई वर्षों से ग्रामीण जंगल में काबिज है। संबंधित अधिकारी व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण इन ग्रामीणों को अभी तक पट्टा नहीं मिल पाया है, क्योंकि ये अधिकारी व कर्मचारी ग्रामीणों के आवेदन देने के बाद भी स्थल में निरीक्षण के लिए नहीं पहुंच रहे हैं।
बता दें कि 1789 ग्रामीणों ने दावा के लिए विभाग को आवेदन व्यक्तिगत दिया है, लेकिन इस पर कार्रवाई नहीं हुई है। इसी मांग को लेकर बागबाहरा व महासमुंद के ग्रामीण कलेक्टर से मुलाकात करने पहुंचे है और वन अधिकारी पट्टा दिलाने की मांग की। एकता परिषद संगठन इकाइ पिछले कई वर्षों से जल, जंगल, जमीन को लेकर कार्य कर रही है। इस जंगल व जमीन में 45 गांव के ग्रामीण पिछले कई सालों से काबिज है। भारत सरकार के नियमानुसार 2005 से पहले काबिज लोगों को वन अधिकारी पट्टा दिया जाए, लेकिन संबंधित विभाग पट्टा नहीं दे रहा है।