आगरा। सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस पास कर चुकीं युवा महिला डॉक्टर की हत्या आरोपी के कबूलनामे के बाद भी उलझ गई है। उसकी हत्या करने वाले डाॅक्टर विवेक तिवारी को हिरासत में लिया गया था, जिससे हुई पूछताछ में उसने गला घोंटने और फिर चाकू घोंपने की बात कही थी। अब जब पीएम रिपोर्ट सामने आया है, तो उसमें तीन गोली लगने का जिक्र है। आरोपी के बयान के बाद योगिता की हत्या की गुत्थी उलझ गई है।
डॉक्टर योगिता गौतम की हत्या के बाद उसकी लाश को एक खाली प्लाट में फेंका गया था, जिसकी शिनाख्ती के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था। रिपोर्ट में तीन गोली लगने की बात कही जा रही है, जबकि आरोपी साथी डॉक्टर विवेक तिवारी ने डॉ योगिता गौतम की गला दबाकर और सिर पर चाकू मारकर हत्या करने का इकबाल-ए-जुर्म पुलिस कस्टडी में कबूल किया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि डॉक्टर योगिता गौतम की गोली मारकर हत्या की गई थी। योगिता के शरीर से तीन गोली निकली है। एक गोली सिर में, दूसरी गोली कंधे में और तीसरी गोली सीने में मिली है। डॉक्टर विवेक तिवारी के कबूलनामे और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद मामला उलझ गया है।
आगरा के एसपी बबलू कुमार ने बताया कि योगिता के परिजनों का आरोप है कि डॉ तिवारी योगिता को अक्सर फोन करता था और धमकी देता था। हत्यारोपी तिवारी अभी जालौन मेडिकल कॉलेज में मेडिकल ऑफिसर है। आगरा पुलिस ने जालौन पुलिस की मदद से हत्यारोपी डॉक्टर को गिरफ्तार किया। एसपी ने कहा कि हत्यारोपी से लंबी पूछताछ हुई है और इससे कई जानकारी सामने आई है।