बिलासपुर। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए किए गए 21 दिनों के लाॅक डाउन के परिपालन में पुलिस प्रशासन जिस संवेदना का परिचय दिया है, वास्तव में सराहनीय है। देश और प्रदेश की जनता इस बात से भलीभांति वाकिफ है कि अपने घर-परिवार और जान की परवाह किए बगैर पुलिस देश और प्रदेश के लोगों की सुरक्षा में डटी हुई है। गरियाबंद के बाद प्रदेश की न्यायधानी बिलासपुर में भी पुलिस के इस सराहनीय कदम के लिए उनका पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। बिलासपुर के हेमूनगर में युवाओं ने सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करते हुए पुलिस का स्वागत करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया।
आमतौर पर पुलिस को लेकर मन में एक खौफ और डर सा होता है। लेकिन इस कोरोना वायरस की वजह से लोगों ने पाया कि पुलिस किस कदर संजीदगी के साथ अपने काम को अंजाम देती है। उनके भीतर भी संवेदनाएं हैं। इस वजह से बिलासपुर के हेमनगर के युवाओं ने बिलासपुर पुलिस का स्वागत करने की योजना बनाई। बकायदा घर के छतों में लोग फूलों की थाली लिए खड़े रहे और जैसे-जैसे पुलिस वाले निकलते गए, उन पुष्प वर्षा की गई। युवाओं का कहना है कि पुलिस की संजीदगी और सख्ती का ही परिणाम है कि इस भयानक जानलेवा बीमारी से छत्तीसगढ़ यदि महफूज है, तो इसके पीछे वास्तव में वजह पुलिस है।
दो राय नहीं कि बीते 19 दिनों से पुलिस पूरे प्रदेश में जिस मुस्तैदी से काम कर रही है, अपने आप में लोगों के लिए हृदयस्पर्शी है। पुलिस की सख्ती की वजह से ही लाॅक डाउन का इतना सही तरीके से परिपालन हो रहा है, वरना करोड़ों की तादाद में लोगों को इतने दिनों के लिए घर पर बांधे रखना आसान काम नहीं है। बहरहाल हालात को ध्यान में रखते हुए अभी भी यही अपील की जा रही कि जब तक सबकुछ सामान्य नहीं हो जाता, इसी तरह संयमित रहें, अपने घरों पर रहें और खुद के साथ परिवार और समाज को सुरक्षित रखें।