रायपुर। राजधानी रायपुर समेत पुरे प्रदेश में इन दिनों जहां कोरोना के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है तो वहीं शहर में वायरल फीवर ने भी अपना पांव पसार लिया है। आलम यह है कि प्रत्येक परिवार में एक सदस्य इस समय वायरल फीवर की चपेट में आ गया है। शहर के शासकीय अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों में भी वायरल फीवर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है।
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प्रदेश इन दिनों दोहरी मार झेल रहा है। एक ओर जहां कोरोना वायरस के चलते लोग आसानी से इसकी चपेट में आ रहे हैं और पॉजीटिव मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है तो वहीं दूसरी ओर वायरल फीवर ने भी अपना पांव पसार लिया है। शहर के अंदर इस समय वायरल फीवर से पीडि़त मरीजों की संख्या हजारों में पहुंच गया है। शहर के सबसे बड़े शासकीय भीमराव अंबेडकर अस्पताल के अलावा जिला चिकित्साल और शासकीय अस्पतालों में वायरल फीवर, सर्दी-खांसी, शरीर में अकडऩ, दर्द की शिकायत लेकर आने वाले मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है।
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आलम यह है कि अब शायद ही कोई ऐसा परिवार हो, जहां वायरल फीवर ने अपनी दस्तक न दी हो और कोई सदस्य बीमार न पड़ा हो। वर्तमान में चल रहे वायरल फीवर में सबसे पहले मरीज को शरीर में थकान महसूस होना, सिरदर्द, शरीर में दर्द, आंख के ऊपर वजन महसूस होना प्रारंभिक लक्षण है। इसके बाद अचानक शरीर गर्म होना शुरू होता है और देखते ही देखते बुखार 100 से 102 और 103 डिग्री तक पहुंच जाता है। तीन दिनों के बाद बुखार का असर कम होना शुरू होता है और इसके बाद पूरे शरीर में दर्द बना रहता है।
इन बातो का रखे विशेष ध्यान
वायरल फीवर के बढ़ते मरीजों को देखते हुए अब चिकित्सकों ने भी सलाह दी है कि बदलते मौसम और तापमान में आने वाले बदलाव के मध्य सभी लोगों को अपने खान-पान और आराम पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। गर्म और ताजा भोजन के साथ ही गर्म पानी के सेवन से वायरल फीवर से बचा जा सकता है।
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