भारत 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस मौके को खास बनाने के लिए करीब तीन हजार लोगों को न्योता भेजा गया है. समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई गणमान्य हस्तियां शिरकत करेंगी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई गणमान्य हस्तियां इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगी. स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह हर साल दिल्ली में लाल किले पर होता है. भारत के प्रधानमंत्री यहां ध्वजारोहण करते हैं. इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस पर सशस्त्र सेनाएं और दिल्ली पुलिस की टुकड़ियां प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर देती हैं.
जी-20 समिट को लेकर पीएम ने ये कहा
पीएम मोदी ने कहा, भारत का सामर्थ्य और विश्वास नई बुलंदियों को पार करने वाली हैं. आज देश में जी-20 समिट की मेहमाननवाजी का मौका मिला. जी-20 के देशभर के कोने में अलग अलग आयोजन हुए हैं. इससे सामान्य मानवीय के सामर्थ्य का दुनिया के सामने परिचय हुआ है. भारत को जानने समझने की जरूरत बढ़ी है. भारत का एक्सपोर्ट तेजी से बढ़ा है. एक्सपर्ट कह रहे हैं कि भारत रुकने वाला नहीं है.
हमारे पास डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डाइवर्सिटी:आज हमारे पास डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डाइवर्सिटी है। ये तीनों मिलकर देश के सपनों को साकार करने की क्षमता रखते हैं। मैं पिछले 1000 वर्षों की बात इसलिए कर रहा हूं क्योंकि मैं देख रहा हूं कि देश के सामने एक बार फिर अवसर है।
हम जो निर्णय लेंगे, वो स्वर्णिम इतिहास को जन्म देगा- पीएम मोदी
लाल किले की प्राचीर से पीएम बोले कि अभी हम जिस युग में जी रहे हैं इस युग में हम जो करेंगे, जो कदम उठाएंगे और एक के बाद एक जो निर्णय लेंगे, वह स्वर्णिम इतिहास को जन्म देगा.
पीएम बोले देश में अवसरों की कमी नहीं
पीएम ने कहा कि अवसरों की कमी नहीं है. आप जितने अवसर चाहेंगे, देश उतने अवसर देने में समर्थ है. देश में विशेष शक्ति जुड़ रही है, माताओं बहनों की शक्ति की. ये आप का ही परिश्रम है. किसानों की शक्ति जुड़ रही है, देश कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. मैं मजदूरों, श्रमिकों का कोटि कोटि अभिनंदन करना चाहता हूं
PM मोदी बोले- ‘इस कालखंड के फैसले हजार साल के स्वर्णिम इतिहास लिखेंगे’
लाल किले की प्राचीर से PM मोदी बोले- ‘इस कालखंड के फैसले हजार साल के स्वर्णिम इतिहास लिखेंगे’ पीएम मोदी ने कहा, हम जो भी फैसला करेंगे, वो 1000 साल तक हमारे भाग्य को लिखने वाला है. मैं देश के बेटे बेटियों को कहना चाहूंगा, जो सौभाग्य आज मिला है, शायद ही किसी का नसीब होता है, जिसे ये मिला हो. इसे गंवाना नहीं है. मुझे युवा शक्ति पर भरोसा है. आज मेरे युवाओं ने दुनिया में तीन पहले स्टार्टअप इकोसिस्टम में स्थान दिला दिया है. दुनिया को भारत की इस ताकत को देखते हुए अचंभा हो रहा है.
स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को श्रद्धांजलि दी: आज 15 अगस्त महान क्रांतिकारी अरबिंदो की 150वीं जयंती पूर्ण हो रही है। ये वर्ष स्वामी दयानंद सरस्वती के 150वीं जयंती का वर्ष है। इस बार जब हम 26 जनवरी मनाएंगे वो हमारे गणतंत्र दिवस की 75वीं वर्षगांठ होगी। मैं भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान देने वाले सभी बहादुरों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
प्राकृतिक आपदा में जान गंवाने वालों को याद किया: इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के अनेक हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा किए। जिन परिवारों ने इस संकट को सहन किया है मैं उन सभी परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं। राज्य-केंद्र सरकार मिलकर उन सभी संकटों से मुक्त होकर तेजी से विकास की ओर आगे बढ़ेंगी, ये विश्वास दिलाता हूं।
1000 साल की गुलामी के बाद देश संवर रहा है: वीरों ने इस कालखंड में कोई भूभाग ऐसा नहीं था…कोई समय ऐसा नहीं था जब उन्होंने देश की आजादी के लौ को जलता न रखा हो। मां भारती बेड़ियों से मुक्त होने के लिए उठ खड़ी हुई थी। जंजीरों को झकझोर रही थी। देश की नारी शक्ति से लेकर कोई हिंदुस्तानी ऐसा नहीं था जो आजादी के सपने को लेकर जीता न हो। त्याग और तपस्या का वो व्यापक रूप एक नए विश्वास जगाने वाला वो पल आखिरकार 1947 में देश में आजाद हुआ।