भारत के स्कूली शिक्षा में गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 को इंट्रोड्यूस किया था। उसमें सीनियर क्लास के बच्चों के दो बार 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम का प्रावधान था। लेकिन कोविड आने के वजह से इस नीति को लागू करने में देरी हो गई थी।
शिक्षा मंत्रालय द्वारा किए गए बड़े बदलावों के मुताबिक अब कक्षा 11 और कक्षा 12 के स्टूडेंट्स को स्ट्रीम चुनने की बाध्यता को हटा दिया गया है। ऐसे में छात्र को अब अपनी पसंद के सब्जेक्ट चुनने की छूट होगी। फिलहाल सभी बोर्डों के करिकुलम के अनुसार स्टूडेंट्स साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स, वोकेशनल, आदि में से किसी एक का चुनाव करना होता है। साथ ही, स्टूडेंट्स को इन दोनों ही कक्षाओं में दो लैंग्वेज के सब्जेक्ट चुनने होंगे, जिसमें से एक भारतीय भाषा होना चाहिए।
2024-25 के विद्यार्थियों पर लागू होगा ये नियम
हालांकि शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक ये नियम इस साल बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों पर लागू नहीं होगा। जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार नया करिकुलम का फ्रेमवर्क तैयार कर लिया गया है और इनके अनुसार किताबें 2024 सत्र के लिए तैयार की जाएंगी। ऐसे में बोर्ड परीक्षाओं को लेकर की गई घोषणा वर्ष 2024-25 से लागू किए जाएंगे
अब तक सिर्फ 1 बार होती है बोर्ड परीक्षा
बता दें कि अब तक देश में पुरानी शिक्षा पद्धति के मुताबिक देश के सभी राज्यों के बोर्डों और केंद्रीय बोर्डों के बोर्ड एग्जाम साल में 1 बार ही होते है। हालांकि, स्कूलों द्वारा इंटर्नल एसेंसमेंट और अर्ध-वार्षिक परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। मंत्रालय के द्वारा जारी किए गए अपडेट के मुताबिक शिक्षा मंत्रालय ने नए एग्जाम पैटर्न आधारित बोर्ड परीक्षाएं स्टूडेंट्स की विषयों को लेकर समझ और उनकी प्रतिस्पर्धात्मक उपलब्धियों का मूल्यांकन करेंगी।