बिलासपुर। BILASPUR : बिलासपुर के शिवम एनक्लेव और मिनोचा कॉलोनी की सड़क को जबरदस्ती बंद कराने के खिलाफ स्थानीय रहवासियों ने मोर्चा खोल दिया है। यहां के 51 परिवार के लोगों ने दीवार नहीं तोड़ने पर चुनाव का बहिष्कार कर मतदान नहीं करने का संकल्प लिया है। रहवासियों का आरोप है की रास्ते को कांग्रेस नेताओं और पूर्व मेयर के दबाव में बंद किया गया है। जिस पर कांग्रेस के जनप्रतिनिधि भी कोई सुध नहीं ले रहे हैं और उदासीन रवैया अपनाये हुए हैं। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
विदित हो कि , शहर के मंगला-उसलापुर में स्थित मिनोचा कॉलोनी एक रिहायशी इलाका है। इस कॉलोनी से शिवम एनक्लेव कॉलोनी लगी हुई हैं। जिसके मेन गेट को ही बंद कर दिया गया है। जिसके कारण यहां पिछले कई महीनों से तनाव की स्थिति बनी हुई है। यहां कॉलोनी के उद्यान में भी शिवम एनक्लेव के लोगों का प्रवेश बंद करने की सूचना चस्पा कर दी गई है। जिसके कारण कॉलोनीवालों का आना-जाना बंद हो गया है और लोग परेशान हैं।
निगम आयुक्त समेत कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी तक पहुंची शिकायत
पीड़ित रहवासियों ने नगर निगम कमिश्नर कुणाल दुदावत से इसकी शिकायत भी की थी। शिवम एनक्लेव का निर्माण हाल ही में हुआ है और वहां 51 फ्लैट हैं। वहीं मिनोचा कॉलोनी का निर्माण 1980 में हुआ है। वहां 70 लोगों के बंगले हैं। लेकिन, रहवासियों का कहना हैं कि , निगम आयुक्त कांग्रेस नेताओं के दबाव में काम कर रहे हैं, जिसके कारण रहवासियों ने हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की है। इस बीच उन्होंने कांग्रेस नेताओं व पूर्व महापौर राजेश पांडेय की दबंगई की शिकायत कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा से भी की थी। लेकिन अब तक उनकी समस्याओं पर किसी ने ध्यान नहीं दिया ।
रहवासियों ने चुनाव का बहिष्कार करने का किया ऐलान
कॉलोनी के लोगों ने मिनोचा कॉलोनी की नफरत की दीवार तोड़ने की मांग की है। उनका कहना है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी देश भर में मोहब्बत की दुकान खोल रहे हैं। लेकिन, यहां कांग्रेस नेताओं ने नफरत की दुकान खोल दी है। इसलिए, उन्होंने फैसला लिया है कि आने वाले चुनाव का बहिष्कार करेंगे। दीवार तोड़ने के बाद ही उन्होंने मतदान करने का संकल्प भी लिया है।
AICC महासचिव कुमारी सैलजा समेत सभी बड़े नेताओं ने खड़े किए हाथ
कॉलोनी के अनिल कुमार सोनी, बालकृष्ण आडवानी और प्रशांत मोकाशे ने बताया कि, उन्होंने मेयर रामशरण यादव, विधायक शैलेष पांडेय, पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, नगर निगम के सभापति शेख नजीरूद्दीन सहित सभी कांग्रेस नेताओं से अपनी फरियाद लगाई। लेकिन, किसी ने उनकी समस्या को दूर करने कोई ध्यान नहीं दिया। वहीअफसर भी नेताओं के दबाव में है। जिसके कारण अब रहवासियों ने उन्होंने अब चुनाव का बहिष्कार करने का संकल्प लिया है।