गरियाबंद भूटान मास्टर गेनम में दो गोल्ड मेडल में क़ब्ज़ा कर प्रदेश सहित ज़िले के नाम रोशन करने वाले अभय राव गणोरकर शिक्षक दिवस के दिन गरियाबंद पहुँचे जहां कान्हा क्लब के खिलाड़ियो ने उनका गुलाल हार और मोमेंटो भेट् कर उनका स्म्मान किया वही अभय ने अपनागोल्ड अपनी माँ कोच और गरियाबंद को समर्पित किया,
उल्लेखनीय है कि अभय राव गणोरकर ये दूसरी बार है जब उन्होंने ने प्रदेश और ज़िले का नाम रोशन किया है भूटान से पहले वे दुबई मास्टर गेम में गोल्ड जीत कर लाये थे और इस बार भूटान में इंटरनेशनल प्रतियोगिता 45 प्लस के एथलेटिक्स के जैवलिन थ्रो एवं हेमंतथ्रो के प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल कर देश का नाम रोशन किया
अभय का गोल्ड और खेल के प्रति समर्पण खिलाड़ियो प्रेरणा अभय ने कभी ज़मीन नहीं छोड़ा- जीडी उपासने कोच
कान्हा काल्ब के सारंक्षक और कोच जीडी उपासने ने कहा अभय अपने बालपन से एक होनहार विधार्थी के साथ एक अच्छा खिलाड़ी और एथलीट रहा है अभय ने गरियाबंद का नाम रोशन तो किया ही एयर साथ ही उनका ग्राउड खेल और बदो के प्रति आदर देखते बनता है ये भी एक वजह है जो अभय को लग्तार ऊन बुलंदियों पर पहुँचा रही है जहा लोगो का पहुँचाना एक सपना होता है
कड़ी मेहनत परिश्रम और लक्ष्य के प्रति समर्पण अभय से सीखने मिला – प्रकास सरव्यैया
लक्ष्य को पाना आसान हो सकता है पर उस लक्ष्य के साथ बरकरार रहना मुश्किल पर अभय ने वो कर दिखाया सीनियर खिलाड़ी प्रकाश प्रकास सरव्यैया ने अभय गणोरकर के बारे में बतलाया की कैसे अभय लगातार अपने लक्ष्य को पाने के लिए कड़ी मेहनत किया करते थे घंटों मैदान में पसीना बहाया करते थे और उनके झिड़क और जुनून खेल के प्रति देखते ही बनता था श्री सरव्यैया ने बतलाया वे और ऊबके मित्र अभय को हरफ़नमौला के नाम से पुकारा करते थे और वजह ये भी थी कुछ एक गेम को छोड़ सभी खेलों में अभय का नाम अव्वल नम्बर में रहता था कबड्डी खो खो लंबी कूद उचि कूद वालीबाल और साथ ही सांस्कृतिक कार्यकर्म्व में उनकी भागदारी और साथ ही शिक्षक हीरा सिंग यादव के साथ जुगलबंदी में संभाग ज़िला और स्टेट लेवल पर में कई इनाम गरियाबंद ज़िले के नाम
किया है
इस अवसर पर ये रहे उपस्थित कान्हा क्लब के कोच जीडी उपासने कोच हरमेश चावड़ा कोच सचिन गुमास्ता कोच तेजपाल कुकरेज़ा, विकाश रोहरा प्रकास सरवैय्या ललित साहू छगन यादव प्रीत सोनी जीतूँ सेन इमरान मेमन अख़्तर खान दीप सिन्हा जयमूनी बगरती कादर खान सोहेल मेमन हेमशिखर धुर्व मोनु सिन्हा आशीष सपहा मनोज भगत गुनचु प्रहलाद यादव होरी यादव लच्छी यादव संतोष यादव जगदिस काटके जगदीश यादव नरेंद्र साहू मनोज खार्सैल रवींद्र दिवाकर नरेंद्र यादव सूरज सिन्हा अनुराग केला दीपक सिन्हा वैभव ठक्कर सिनु ठाकुर बाबू भोंसले रासो यादव युगल सिन्हा ओंकार बोरझा मनोज खार्सैल राकेश नरेंद्र यादव भावेश यादव अरबाज़ छीनू भोला रोयन भानु हरीश कृष्ण भवेस अमन एवं अन्य खिलाड़ियों ने उन्हें बाधाई दी