नई दिल्ली। चीन के साथ नए सिरे से बढ़े तनाव के बीच थलसेना अध्यक्ष जनरल एमएम नरवाने लद्दाख दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने सेना की तैयारियों का जायजा लिया। सेना प्रमुख ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हालात नाजुक है और भारतीय सेना ने चीन की चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। क्षेत्र में सेना की उचित तैनाती की गई है व अधिकारी व जवान हर प्रकार के हालात का सामना करने के लिए सक्षम हैं।
दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन लेह में मीडिया से बातचीत में थलसेना प्रमुख ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की हरकतों को देखते हुए सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए हर संभव कदम उठाए गया है। ऐसे में हर हाल में सुरक्षा की स्थिति बरकरार रहेगी। बता दें कि चीन द्वारा पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर यथास्थिति को एकतरफा बदलने की विफल कोशिशों के कारण हालात तनावपूर्ण हैं। चीन की हरकतों को देखते हुए भारत ने इस क्षेत्र में अतिरिक्त बल और हथियारों की तैनाती को बढ़ा दिया है।
#WATCH: Army Chief General Manoj Mukund Naravane says to ANI, "The situation along LAC is slightly tensed. Keeping in view of the situation, we have taken precautionary deployment for our own safety & security, so that our security & integrity remain safeguarded." pic.twitter.com/NvONwyJvbM
— ANI (@ANI) September 4, 2020
उन्होंने कहा कि इस समय अग्रिम इलाके में सेना के अधिकारियाें व जेसीओ बुलंद हौंसले के साथ चुनौतियों का सामना करने की मुहिम पर हैं। उनसे मिलने के बाद मुझे पूरा यकीन है कि वे हर हाल में देश व सेना का नाम रोशन करेंगे। दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को आर्मी चीफ ने अग्रिम इलाकों का दौरा कर चीन की साजिशों को नाकाम बनाने के लिए की गई आपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने वास्त्विक नियंत्रण रेखा पर चीन की चुनौतियों का सामना कर रहे जवानों से भी बातचीत की। आर्मी चीफ शुक्रवार को पूर्वी लद्दाख के फील्ड कमांडरों से सेना की रणनीति पर विचार विमर्श करने के बाद दिल्ली लौट जाएंगे।
भारत ने सामरिक महत्व के ठिकानों पर अपनी मौजूदगी बढ़ाई
सोमवार को भारतीय सेना ने बताया था कि चीनी सेना ने 29-30 अगस्त की रात पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर यथास्थिति को बदलने की ‘एकतरफा’ कोशिश में ‘उकसावे वाली सैन्य गतिविधियां’ कीं। लेकिन भारतीय सैनिकों ने चीन की कोशिशों को विफल कर दिया। इस घटना के बाद भारतीय सेना ने पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर स्थित ऊंचाई वाले कम से कम तीन सामरिक महत्व के ठिकानों पर अपनी मौजूदगी बढ़ा दी है। सूत्रों ने बताया कि एलएसी से लगे भारतीय क्षेत्र में पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर भी एहतियाती तौर पर सैनिकों की तैनाती का ‘पुनर्नियोजन’ किया गया है।