रायगढ़। CG NEWS : जिले के खरसिया के 131 साल प्राचीन मंदिर श्री हनुमान मंदिर गंज बाजार में हर वर्ष की भांति इस वर्ष बढ़े ही धूम धाम से अखण्ड राम सप्ताह का आयोजन हो रहा है। पूरे अंचल में राम सप्ताह हेतु एक अलग ही उत्साह देखते ही बन रहा है। सियाराम सखा मंडल के युवा खरसिया नगर में हर धार्मिक कार्यक्रम में अग्रीन रहकर धर्म की नगरी खरसिया में भव्य आयोजन करवाते आ रहे है। 4 अक्टूबर से गंज बाजार हनुमान मंदिर में राम सप्ताह का भव्य आयोजन का शुभारंभ हुआ है। मंदिर प्रांगण को चित्रकूट के जैसा सजाया गया है।
इस वर्ष कई वर्षों पहले प्राचीन राम सप्ताह जेसे मनमोहक दृश्य देखने को मिल रहे है। लकड़ी के झूले, बच्चो के झूले , मीना बाजार , आकर्षक लाइट डेकोरेशन , झांकी राम जी की कुटिया के दर्शन , रोजाना प्रभात फेरी सुबह 7 बजे गंज बाजार हनुमान मंदिर से निकलती है जो नगर को राम मय करते हुए मंदिर पहुंचती है, खरसिया नगर के आस पास गांव से 40-50 राम नाम भजन कि मंडलियां इस वर्ष हिस्सा लेने रोजाना आ रही है, मंडला एवं अन्य जिलों से भी मनमोहक प्रस्तुति देने वाली मंडलियां आ रही है , एक और खास बात यह है कि अयोध्या राम लला के जन्म स्थल से इस वर्ष भजन एवं पंडित का आगमन शनिवार को राम सप्ताह में खरसिया नगर में होने जा रहा है, विशेष में दिन रविवार को बच्चो के लिए भी फेरी हेतु समय निर्धारित किया गया है सियाराम सखा मंडल का बच्चो एवं युवाओं को धार्मिक कार्यक्रमों में जोड़ने का प्रयास की प्रशंसा चहुं ओर हो रही है, 11 अक्टूबर को 3.30 बजे पालकी यात्रा निकलेगी जिसमे राम नाम के जाप के साथ भगवान की पालकी , बच्चे बाल गोपाल हनुमान एवं राम बनेंगे , 12 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से विशाल भंडारा का आयोजन है । युवाओं द्वारा इस वर्ष काफी जोर सोर से तैयारियां की गई है महिलाओं बुजुर्गो बच्चो सहित सभी में राम सप्ताह हेतु उत्साह देखते ही बन रहा है। श्री हनुमान सेवा समिति ने राम सप्ताह में सभी अंचल वासियों से रोजाना पहुंचने की अपील की है।
मुख्य बिंदु –
लकड़ी के झूले
बच्चो के झूले
मीना बाजार
राम जी की कुटिया झांकी
थेट्रा चित्रकूट सजावट
लाइटिंग सजावट
40-50 गांव से मंडलियां
अयोध्या से भजन मंडली
अयोध्या के संत का आगमन
श्री 108 महाराज जी शिवरीनारायण से आगमन
हर दिन प्रभात फेरी
बच्चो की फेरी
रोजाना हनुमान जी बाल हनुमान द्वारा चॉकलेट वितरण
महिलाओं द्वारा माला सजावट आरती थाली सजावट
विशाल भंडारा
पालकी यात्रा