रायपुर। RAIPUR NEWS : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मंगलवार को राष्ट्रीय प्रार्थना महोत्सव की शुरूआतकी गई। राष्ट्रीय प्रार्थना महोत्सव के दूसरे दिन बुधवार को सेंट पॉल्स कैथेड्रल में विश्व और देश के मुद्दे शामिल किए गए। इनमें ग्लोबल वॉर्मिंग, इजराइल -हमास -पलिस्तीन युद्ध थमने, मणिपुर में भी शांति स्थापित होने, देश के राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह व विदेश मंत्री समेत केंद्रीय मंत्रियों, राज्यपाल, उप राज्यपालों, मुख्यमंत्री व उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों, मुख्य सचिवों, ब्यूरोक्रेट्स के लिए दुआ मांगी गई। इसके साथ ही भविष्य में होने वाले विधानसभा व लोकसभा चुनावों के भी शांतिपूर्ण व निष्पक्ष तरीके से संपन्न होने के लिए मॉस व सर्कल प्रेयर प्रार्थना की गई।
चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के मॉडरेटर द मोस्ट बी. के. नायक, छत्तीसगढ़ डायसिस के बिशप एसके नंदा के साथ ही भोपाल डायसिस के बिशप मनोज चरण ने प्रार्थना की शुरूआत की। दिल्ली डायसिस के पादरी सामुएल जॉन शेखर ने प्रार्थना की भूमिका पर प्रकाश डाला। बाइबल पठन सीएनआई सिनड दिल्ली ऑफिस की जेनिफर वॉकर ने किया। दिल्ली के ही बिशप पॉल स्वरूप ने बाइबल में प्रभु यीशु मसीह द्वारा चेलों को सिखाई प्रभु की प्रार्थना पर प्रवचन दिया। उन्होंने प्रार्थना कैसे करें, इसके बारे में आत्मिक तैयारी की जानकारी दी। डायसिस के प्रवक्ता जॉन राजेश पॉल ने बताया कि इस मौके पर क्वायर ने हिंदी व छत्तीसगढ़ी भजन गाए। मराठवाड़ा डायसिस के प्रतिनिधियों ने मराठी व कटक डायसिस के डेलीगेट्स ने ओडिया भाषा में प्रभु का स्तुतिगान किया। दूसरे सेशन में आगरा डायसिस के पादरी अमन प्रसाद, ने शुरूआत की। राजस्थान डायसिस के पादरी राजेश मकवार ने बाइबल पठन किया। पुणे के बिशप एंड्रूयू राठौर ने प्रवचन दिया। थर्ड सेशन में राजस्थान डायसिस के सल्ववेस्टर जेकब ने शुरूआत की। गुजरात डायसिस के पादरी मनोज कुमार वी. गोहिल ने प्रार्थना की जानकारी व पादरी सुरेश क्रिश्चयन ने बाइबल पठन किया। प्रवचन बिशप सुरेंद्र कुमार नंदा ने दिया। डायसिस के सचिव नितिन लारेंस, अध्यक्ष सिनोड यूथ फैलोशिप सैमसन राम मिकी अमृतसर समेत कार्यकारिणी मेंबर, पास्टरगण, डीकंस, सेवक, पास्ट्रेट कमेटियों, संडे स्कूल, युवा सभा, क्वायर के पदाधिकारी भी शामिल हुए।
तंबूओं में घुटने टेककर मांगी दुआ –
सेंट पॉल्स कैथेड्रल कैंपस में बने तंबुओं में प्रार्थना योदद्धाओं ने घुटने टेकर दुआ मांगी। इन तंबुओं का नामकरण भी किया गया है जैसे -बैथेल, हेब्रोन, गिलगाल, मिजपाह, एबनेजर, गैतसेमनी, जीओन, ऑलिव, ताबोर, एस्तेर, नहेमयाह, डैनिएल, हन्नाह, बेतनी, शांति व ज्योति। इसी तरह जूनियर चर्च में भी अखंड प्रार्थना की जा रही है।
प्रार्थना में ये विषय भी शामिल –
राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के विकास, महिलाओं पर अत्याचार बंद होने, मेडिकल कालेजों,विश्वविद्यलयों, कुलपतियों, प्राचार्यों, विद्यार्थियों, तकनीकी गैर तकनीकी स्टाफ, पुलिस विभाग के अफसरों व कर्मचारियों, कलेक्टरों, सांसदों, विधायकों, महापौर, पार्षदों, पंचायतों, ग्राम पंचातों व उनके जनप्रतिनिधियों आदि।